ढाई से तीन लाख में टीईटी पास कराने का हुआ था सौदा
हरदोई : टीईटी-2018 में पकड़े गए मुन्नाभाई में चंद्र प्रकाश उर्फ सीपी मास्टर माइंड रहा,
हरदोई : टीईटी-2018 में पकड़े गए मुन्नाभाई में चंद्र प्रकाश उर्फ सीपी मास्टर माइंड रहा, जिसने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर परीक्षा पास कराने का पूरा ताना-बाना बुना था। इसके लिए ढाई से तीन लाख रुपये में सौदा हुआ था। इसमें सॉल्वर को 70 से 80 हजार रुपये दिए गए थे। पुलिस ने इस मामले में कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें सात लोगों को जेल भेज दिया गया है।
टीईटी पास कराने के नाम पर रविवार को पुलिस ने चंद्र प्रकाश के साथ मूलचंद्र गुप्ता, श्याम बाबू, रजनीश कुमार निशात, विनीत पटेल, अवधेश कुमार और निखिल को गिरफ्तार किया था। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि इन सबका पूरा रैकेट था।
माधौगंज के सदरौली निवासी चंद्र प्रकाश उसका सरगना था जिसने निखिल, धीरज, ससिल के साथ मिलकर पूरी साजिश रची थी, लेकिन पुलिस के छापे के दौरान यह सब मौके का फायदा उठाकर फरार हो गए थे। कोतवाल दीपक ¨सह ने बताया कि स्वाट टीम प्रभारी की तहरीर पर इन सभी 12 के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। टीईटी का आवेदन भरते समय ही सरगना ने अपने पूरे रैकेट के साथ मिलकर काम किया था। फर्जी बने थे पैनकार्ड और मतदाता पहचान पत्र : टीईटी पास कराने के लिए काफी पहले से ही ताना-बाना बुना गया था। सॉल्वर की फोटो लगाकर अभ्यर्थी के नाम का आवेदन किया गया था और फिर अभ्यर्थी के नाम से सॉल्वर का फर्जी पैनकार्ड, मतदाता पहचान पत्र तैयार करा लिया था और उसे ही परीक्षा के लिए पहचान आईडी के रूप में प्रयोग किया था।
सेंट जेबियर्स सीनियर सेंकेंडरी स्कूल की प्रधानाचार्या मौसमी चटर्जी ने बताया कि उनके विद्यालय में परीक्षा के दौरान साल्वर मूलचंद्र नहीं पकड़ा गया। सर्वेश कुमार के नाम पर मूलचंद्र के परीक्षा देने की बात बताई गई है। जबकि सर्वेश कुमार रविवार की परीक्षा में अनुपस्थित रहा।