एप रखेगा चिकित्सक की उपस्थिति व बच्चे की सेहत पर नजर
जिले में बच्चों के स्वास्थ्य के लिए चलाए जा रहे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम को आधुनिक तकनीकी से जोड़ा जा रहा है।
हरदोई : जिले में बच्चों के स्वास्थ्य के लिए चलाए जा रहे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम को आधुनिक तकनीकी से जोड़ा जा रहा है। इसके लिए विभाग की ओर से एप लांच किया गया। जो चिकित्सकों की उपस्थिति के साथ ही कार्यक्रम के तहत लाभांवित बच्चों की सेहत पर भी नजर रखेगा। एप में डाटा की इंट्री आफ लाइन भी दर्ज हो सकेगी जो नेटवर्क में आते ही अपडेट हो जाएगी। इससे जहां चिकित्सक की उपस्थिति सुनिश्चित होगी। वहीं बच्चों को भी विधिवत इलाज मिल सकेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत बच्चों का परीक्षण कर उनका इलाज किया जा रहा है। कार्यक्रम को आधुनिक तकनीकी से जोड़ दिया गया है और इसके विधिवत क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के लिए नया एप (एप्लीकेशन) लागू किया गया है। इस एप के माध्यम से प्रत्येक बच्चे की सेहत की मॉनीटरिग की जाएगी। इससे जुड़े चिकित्सक को भी एप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करानी होगी। इससे चिकित्सक घर बैठे नौकरी नहीं कर सकेंगे। जनपद में 142 चिकित्सक और 38 टीमों के कर्मचारियों को एप को अपलोड व अपडेट करने का प्रशिक्षण दिया गया है। जिला प्रबंधक मो. शाहिद ने बताया कि जिले में नये एप को लागू कर दिया गया है। इससे आरबीएसके योजना के क्रियान्वयन में सुधार होगा। एप से आरबीएसके टीम की ओर से माइक्रोप्लान का शतप्रतिशत पालन करना सुनिश्चित किया जाएगा। इससे शिक्षा विभाग और जिला कार्यक्रम विभाग भी जुडे़गा। जिसको टीम के आने से दो दिन पहले जानकारी मिल जाएगी। इससे विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने में आसानी होगी।
इस प्रकार काम करेगा एप : नोडल अधिकारी डा. विजय कुमार ने बताया कि इस एप को सभी को मोबाइल पर अपलोड करना होगा और उस पर उपस्थिति और बच्चों का विवरण अपडेट करना होगा। मोबाइल में नेटवर्क न रहने पर भी आरबीएसके के चिकित्सक और पैरामेडिकल अपनी उपस्थिति व आंकड़े आफलाइन दर्ज कर सकेंगे। मोबाइल के नेटवर्क क्षेत्र में आते ही एप अपडेट हो जाएगा। जिसकी मानीटरिग डीएम, सीएमओ, नोडल अधिकारी, बीएसए, डीपीओ, सीएचसी अधीक्षक, प्रभारी चिकित्साधिकारी, एबीएसए, सीडीपीओ डीईआईसी मैनेजर और स्टेट के लोग भी कर सकेंगे।