एंटी करप्शन टीम ने दारोगा को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा
ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र ह्यह्वढ्ड द्बठ्ठह्यश्चद्गष्ह्लश्रह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र
हरदोई : हरपालपुर कोतवाली में तैनात एक दारोगा को एंटी करप्शन की टीम ने पांच हजार रुपये रिश्वत देते हुए पकड़ लिया। टीम के दारोगा को पकड़ते ही पुलिस विभाग में खलबली मच गई। एंटी करप्शन टीम दारोगा को लेकर शहर कोतवाली पहुंची, जहां उसके विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई गई। अधिकारियों ने बताया कि अब वह जेल जाएंगे, विभागीय कार्रवाई भी होगी।
कन्नौज के ग्राम औरेनी निवासी जमील अहमद का पत्नी से विवाद चल रहा था। जिसकी एफआइआर कोतवाली में दर्ज कराई गई थी। कोतवाल भगवान चंद्र ने मामले की जांच कोतवाली में तैनात अभिषेक सिंह को दी थी। पीड़ित का आरोप था कि मामले में फाइनल लगाने के लिए दारोगा ने उससे 20 हजार रुपये मांगे थे। जिसमें 15 हजार रुपये पीड़ित ने उन्हें दे दिए थे। जिसके बाद पीड़ित ने दारोगा के रिश्वत मांगने की शिकायत एंटी करप्शन टीम को दी। मंगलवार की सुबह 9 बजे टीम अपर पुलिस अधीक्षक महात्मा प्रसाद के साथ हरपालपुर कस्बे में पहुंची और पीड़ित को रसायन लगे हुए पांच हजार रुपये दे दिए। जिसके बाद टीम दारोगा के कोतवाली से बाहर आने का इंतजार करने लगी। दोपहर लगभग तीन बजे कटरा-बिल्हौर मार्ग पर इंस्पेक्टर लक्ष्मी नरायण यादव के साथ पूरी टीम एक ढाबे के निकट छिप कर बैठ गई। दारोगा ने जैसे ही पीड़ित से रुपये लिए, तभी एंटी करप्शन टीम ने उन्हें पकड़ लिया। जिसके बाद दारोगा ने बचने का प्रयास किया, लेकिन टीम ने केमिकल लगे हाथों को साथ लाए पानी से धुलाकर सील कर दिया। टीम पीड़ित और दारोगा को लेकर शहर कोतवाली पहुंचे, जहां पर मामले की एफआइआर दर्ज की गई।
कोतवाली में ही उतरी गई वर्दी
लालच कितना बुरा होता है, दारोगा अभिषेक सिंह की गिरफ्तारी उसकी गवाही दे रही है। कुछ ही दिन नौकरी के हुए हैं और उनके ऊपर रिश्वतखोरी के आरोप लगने लगे। जो वर्दी उनकी शान थी, उसे ही कोतवाली में उतारना पड़ा। टीम उन्हें पकड़ कर कोतवाली शहर लाई। जहां पर वह वर्दी में थे। कोतवाल के कक्ष में ही उनसे पूछताछ की गई और फिर तलाशी के बाद उनकी वर्दी भी उतरवाई गई। जिसके बाद उनके मुंह पर रूमाल बांधकर सामने पेश किया गया। दारोगा बोले साजिशन फंसाया
रिश्वत लेते गिरफ्तार किए गए दारोगा अभिषेक सिंह खुद को निर्दोष बताते रहे। उनका कहना था कि साजिशन उन्हें फंसाया गया। जबकि उन्होंने कभी रुपये नहीं मांगे। साजिश के तहत उन्हें रुपये दिलाए गए और फिर फंसा दिया गया।