दो फूल के लिए तरसती रही शहीदों की माटी
हरदोई : देश की खातिर वीर जवानों ने हंसते-हंसते अपनी जान दे दी। 1971 में भारत पाकिस्तान यु
हरदोई : देश की खातिर वीर जवानों ने हंसते-हंसते अपनी जान दे दी। 1971 में भारत पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए वीर सपूतों में हरदोई के भी जांबाज शामिल रहे। विजय दिवस पर रविवार को वीर शहीदों को याद किया गया। अफसोस की बात कि सभी ने इन जवानों को भुला दिया।
पाली क्षेत्र में शहीद जगपाल ¨सह की वीरनारी, कृष्णकुमारी ने तिरंगे को सलाम कर पति को याद किया। तो शहीद राजनारायण की पुत्री शांती ने पिता के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। वैसे तो हरदोई जिले के वीर जवानों ने हर युद्ध में अपना पराक्रम दिखाया और जिले के विभिन्न क्षेत्रों के 34 जवान शहीद हुए थे। वीर जवानों ने भारत-पाक युद्ध में 9 ने देश की खातिर अपनी जान गंवाई थी। इन वीर जवानों का गांव में परिवार रहता है। सोचा था कि कोई न कोई उनकी शहादत को सलाम करने आएगा, लेकिन जवानों की आत्मा को भी अफसोस हुआ होगा कि इतने बड़े जिले और आला अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों में से किसी को भी जवानों के नाम पर दो फूल अर्पित करने का भी समय नहीं मिला। तिमितपुर निवासी जगपाल ¨सह की कोई फोटो घर पर नहीं थी तो उनकी वीरनारी ने तिरंगे को सलाम किया। इसी तरह अन्य परिवारी जनों ने भी याद किया पर सिस्टम सोता रहा।
नाम शहीद : रेजीमेंट कोर का नाम : पूर्ण पता : शहादत की तिथि
--सिपाही सुदर्शन ¨सह : राजपूत रेजीमेंट : मत्तीपुर बरबन : 9-12-1971
--सिपाही राम नरायन ¨सह : राजपूत रेजीमेंट : धौरलिया पाली : 10-12-1971
--सिपाही रामचरन : राज.राइफल्स : ग्राम शाहपुर गंगा, मल्लावां : 3-12-1971
--सिपाही जगपाल ¨सह : राजपूत रेजीमेंट : ग्राम तिमिरपुर, मुंडेर : 9-12-1971
-सिपाही मोहम्मदीन : ब्रिगेड आफ द गार्ड्स : ग्राम पोस्ट मलौथा : 24-11-1971
--नायक मुनेश्वर दयाल : ब्रिगेड आफ द गार्डस : ग्राम सुमई पोस्ट कुरसेली : 24-11-1971
--सिपाही शिवरतन ¨सह : राजपूत रेजीमेंट : ग्राम पतौरा बरुआरा : 28-11-1971
--सिपाही जयराम : पंजाब रेजीमेंट : ग्राम म्योढ़ा पोस्ट बिलग्राम : 5-12-1971