किसानों का चीनी मिलों पर दो अरब 23 करोड़ बकाया
हरदोई : गत पेराई सत्र का जिले की तीन चीनी मिलों पर किसानों का दो अरब 22 करोड़ 92 लाख
हरदोई : गत पेराई सत्र का जिले की तीन चीनी मिलों पर किसानों का दो अरब 22 करोड़ 92 लाख 42 हजार रुपये गन्ना मूल्य बकाया है। अब मुख्यमंत्री की ओर से चीनी मिलों को कम ब्याज दर पर साफ्टलोन की घोषणा से बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की आस जगी है।
जिले में वैसे तो चार चीनी मिले हैं। बघौली चीनी मिल की ओर से दो सत्र से पेराई नहीं की जा रही है। जबकि डीएससीएल ग्रुप की तीन चीनी मिलों रूपापुर, लोनी एवं हरियावां में पेराई सत्र संचालित हो रहे हैं। पेराई सत्र 2017-18 में तीनों चीनी मिलों ने 3 करोड़ 65 लाख 37 हजार क्विंटल गन्ना की पेराई की गई थी। बताया गया कि 1 लाख 14 हजार 147 किसानों से क्रय किए गए गन्ना का मूल्य 11 अरब 67 करोड़ 66 लाख 74 हजार रुपये बना है। जिसमें से मिलों की ओर से 9 अरब 44 करोड़ 74 लाख 32 हजार रुपये का भुगतान किया गया है। जिसमें 14 दिन के अंतराल के बाद में किया गया बड़ी मात्रा में भुगतान भी शामिल है।
बताया गया कि चीनी मिलों पर किसानों की अभी 2 अरब 22 करोड़ 92 लाख 42 हजार रुपये की देनदारी है। जिसमें रूपापुर चीनी मिल में 44 करोड़ 90 लाख 9 हजार रुपये, लोनी मिल में 85 करोड़ 37 लाख 86 हजार रुपये एवं हरियावां मिल में 92 करोड़ 64 लाख 47 हजार रुपये गन्ना मूल्य बकाया चल रहा है। जिला गन्ना अधिकारी का कहना है कि किसानों के बकाया गन्ना मूल्य के संबंध में शासन को सूचना भेजी जा चुकी है।
खाद-बीज के लिए भी उठानी पड़ी दिक्कत : कैश क्राप कही जाने वाली गन्ना की खेती से जुड़े किसानों को इस बार मिलों ने भुगतान के मामले में रूला लिया। प्रगतिशील किसान सैय्यद अम्मार रिजवी का कहना है कि किसानों के हालात ठीक वैसे ही हो गए हैं, जैसे किसी को नौकरी मिल जाए और वेतन न मिले। मूल्य भुगतान न मिलने से किसानों को जायद, खरीफ फसलों की बुवाई, खाद-बीज आदि के लिए दिक्कत हुईं हैं।