एंबुलेंस कर्मी की मनमानी से मरीज की गई जान, परिवारजनों ने किया हंगामा
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हरदोई: सरकारी अस्पतालों से मरीजों को एंबुलेंस कर्मियों द्वारा निजी अस्पतालों में भर्ती कराने का खेल न केवल मरीजों का शोषण कर रहा है, बल्कि उनकी जान भी ले रहा। रविवार को ऐसे ही एक मरीज की मौत हो गई। जिला अस्पताल से ट्रामा सेंटर रेफर किए गए मरीज को एंबुलेंस कर्मी लखनऊ निजी अस्पताल ले गया। जहां पर डेढ़ लाख रुपये लेने के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ। आखिर फिर उसे जिला अस्पताल ही आना पड़ा। जहां पर मौत हो गई। जिस पर परिवारजनों ने जमकर हंगामा काटा।
बेहटागोकुल क्षेत्र के पन्यौरा निवासी अर्जुन (45) बीमार थे। शुक्रवार को उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से लखनऊ रेफर कर दिया गया। उनके भाई दिलासा ने बताया कि एंबुलेंस कर्मी ने ट्रामा सेंटर के बजाय उसे निजी अस्पताल पहुंचा दिया। उसने विरोध भी किया लेकिन कहा कि यहां मरीज ठीक हो जाएगा। शुक्रवार से भर्ती अर्जुन के उपचार के नाम पर डेढ़ लाख रुपये ले लिए गए और फिर उन्हें कहीं ले जाने के लिए कह दिया। उनके पास कुछ नहीं बचा था, तो रविवार को ही वह अर्जुन को लेकर फिर जिला अस्पताल आए। शाम को उनकी मौत हो गई। परिवारजनों ने एंबुलेंस कर्मी पर आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि उसी के चलते भाई की मौत हो गई। काफी समझाने बुझाने और कार्रवाई का आश्वासन देने पर वह लोग शांत हुए।