697 मतदान केंद्रों पर रहेगा तीसरी आंख का पहरा
-मताधिकार के आने वाले प्रत्येक मतदाता की होगी वीडियोग्राफी -मतदान प्रक्रिया शुरू होने से लेकर अंत तक वीडियोग्राफी के लिए कर्मी नियुक्त
हरदोई : आज होने वाले पंचायत चुनाव के मतदान की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखने के लिए 1836 में से 697 मतदान केंद्रों पर तीसरी आंख का पहरा रहेगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश कुमार ने संदेनशील, अतिसंवेदनशील और अतिसंवेदनशील प्लस मतदान केंद्रों पर मताधिकार के लिए आने वाले प्रत्येक मतदाता की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदान केंद्रों पर वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के लिए श्रम रोजगार उपायुक्त को जिम्मेदारी सौंपी है। बताया कि अतिसंवेदनशील प्लस श्रेणी में 201, अतिसंवेदनशील श्रेणी में 231 और संवेदनशील श्रेणी 265 मतदान केंद्र चिह्नित हैं।
मतदाता के पास फोटोयुक्त पहचान पत्र अनिवार्य : उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि पंचायत चुनाव के गुरुवार को होने वाले मतदान के समय मतदाता को फोटोयुक्त पहचान पत्र लाना अनिवार्य है। बताया कि मतदान पहचान पत्र, आधार कार्ड, बैंक एवं पोस्ट आफिस की पासबुक, ड्राइविग लाइसेंस, पासपोर्ट, आयकर पहचान पत्र, राशन कार्ड, राज्य व केंद्र सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, स्थानीय निकायों, पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी फोटोयुक्त पहचान पत्र, संपत्ति संबंधी मूल अभिलेख, फोटोयुक्त पेंशन अभिलेख, शस्त्र लाइसेंस, मनरेगा जाबकार्ड, स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, सांसदों, विधायकों एवं विधान परिषद सदस्यों द्वारा जारी सरकारी पहचान पत्र दिखाकर केंद्र पर मताधिकार कर सकेंगे।
भारी भीड़ के आगे गाइड लाइन होती रही तार तार
: हरदोई: विकास खंडों की मतदान पार्टियों को रवाना करने के लिए बुधवार को पूरा दिन गहमा गहमी रही। वैसे तो अधिकांश पार्टियां महाविद्यालयों से रवाना की गईं और वहां इंतजाम भी थे, लेकिन भारी भीड़ के चलते अव्यवस्थाएं रहीं। कोरोना संक्रमण इतना तेजी से फैल रहा है, लेकिन कहीं पर भी गाइड लाइन का पालन होते नहीं दिखा। इसको लेकर कर्मचारी परेशान रहे।
ड्यूटी लेने के लिए कर्मचारियों में धक्का मुक्की होती रही। वहीं कर्मचारियों को बैठाने के लिए भी पर्याप्त इंतजाम नहीं किया गया। कर्मचारियों का कहना था कि वह ड्यूटी करने में पीछे नहीं हैं लेकिन जिस तरह से संक्रमण फैल रहा है, उसे भी ध्यान में रखना चाहिए। अधिकारी तो कोई कमरे में बैठा रहा तो कोई बैरिकेडिग के पीछे बैठा रहा, कर्मचारी परेशान रहे।
दिव्यांग भी ड्यूटी करने पहुंचे
हरदोई: दिव्यांगों की ड्यूटी तो काटी गई, लेकिन कारण जो रहा हो, बहुत से कर्मचारियों की ड्यूटी कट नहीं पाई और वह ड्यूटी करने पहुंचे भी।