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सरकारी खरीद के खेल में उलझकर रह गए किसान

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By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 11:06 PM (IST)Updated: Mon, 11 Nov 2019 11:06 PM (IST)
सरकारी खरीद के खेल में उलझकर रह गए किसान

हरदोई : सरकारी धान खरीद के खेल निराले हैं। केंद्र प्रभारियों की मनमानी से किसान परेशान हैं और केंद्र का रुख करना छोड़ सा दिया है। जो पहुंच भी रहे, उन्हें प्रभारी मानक के फेर में उलझाकर लौटा रहे हैं। सोमवार को कुछ केंद्रों को छोड़कर अधिकतर केंद्रों पर सन्नाटा पसरा था और खरीद नहीं हो रही थी।

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जिला प्रशासन की ओर से लक्ष्य की पूर्ति के लिए 60 खरीद केंद्र खोले गए है। खाद्य विभाग के आंकड़ों में केंद्रों पर अब तक 12 हजार 218 मीट्रिक टन धान खरीद हो चुकी है। नवीन गल्ला मंडी स्थित विपणन शाखा के प्रथम केंद्र पर खरीद हो रही थी, जबकि अन्य केंद्रों पर न ठेकेदार थे और न ही उनके कर्मचारी। कुछ पल्लेदार खरीद की व्यवस्था संभाले थे। प्रभारियों द्वारा बताया गया कि प्रथम केंद्र पर अब तक 4800 क्विटल खरीद हो चुकी है। इसके अलावा केंद्र पर धान की तौल हो रही है। इसके अलावा द्वितीय केंद्र पर 6704 क्विटल, तृतीय केंद्र पर 4582 क्विटल और चतुर्थ केंद्र पर 4868 क्विटल अब तक खरीद की जा चुकी है। एसएफसी के प्रथम केंद्र पर सन्नाटा पसरा था। प्रभारी द्वारा बताया गया कि अब तक 4465 क्विटल खरीद हुई है। कर्मचारी कल्याण निगम के केंद्र पर सन्नाटा पसरा था। प्रभारी ने बताया कि 4464 क्विटल धान खरीद की जा चुकी है। कुछ यही हाल एसएफसी द्वितीय केंद्र का था। प्रभारी द्वारा बताया गया कि 3224 क्विटल खरीद की गई है। सहकारी शीतगृह केंद्र पर 85 क्विटल, पीसीएफ प्रथम पर 2111 क्विटल और पीसीएफ द्वितीय पर 2514 क्विटल अब तक खरीद हुई है। अधिकारी बोले ..

जिला खाद्य विपणन अधिकारी अनुराग पांडेय ने बताया कि खरीद केंद्रों का नियमित निरीक्षण किया जा रहा है। प्रभारियों को किसानों से संपर्क कर धान खरीदने को निर्देशित किया गया है। अगर कहीं कोई गड़बड़ी सामने आती है तो जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा।


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