कुंती नर्सिंग होम खाली कराकर प्रबंधक समेत तीन पर एफआइआर का आदेश
-डीसीएफ की भूमि कब्जाकर पहुंचाई है आर्थिक क्षति -सचिव ने शहर कोतवाली में दी तहरीर
हरदोई : डीसीएफ (जिला सहकारी फेडरेशन लिमिटेड) की भूमि व भवन कब्जाने और आर्थिक क्षति पहुंचाने के मामले में कैनाल रोड खगेश्वरपुरवा में संचालित कुंती नर्सिंग होम के प्रबंधक सहित तीन के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने आदेश दिए गए हैं।
डीसीएफ की शहर के मुहल्ला खगेश्वरपुरवा में कैनाल रोड पर भूमि व भवन है। डीसीएफ के सचिव का कहना है कि भूमि और भवन को राजेश कुमार व राकेश कुमार पुत्रगण ख्यालीराम और कुंती नर्सिंग होम के प्रबंधक नरेंद्र सिंह ने किराये पर ली थी। डीसीएफ की प्रबंध कमेटी की 29 जून 2018 की बैठक में इन तीनों को किरायेदारी से बेदखल करने का प्रस्ताव पारित कर नोटिसें दी गई थीं। कुंती नर्सिंग होम के संचालक व प्रबंधक ने किराया भी जमा नहीं किया है। सचिव ने शहर कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि कुंती नर्सिंग होम के प्रबंधक नरेंद्र सिंह, राजेश कुमार व राकेश कुमार ने भूमि व भवन में निर्माण भी कराया है, जो कि गलत है। आरोपियों ने नोटिस के विरोध में उच्च न्यायालय में रिट दाखिल की थी, जिसे उच्च न्यायालय ने 27 सितंबर को कोई राहत न देते हुए भूमि और भवन को विभागीय नियमानुसार मुक्त कराने को कहा है। कोतवाल दीपक शुक्ला ने बताया कि तहरीर मिली है, नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
डॉ. अरुण मौर्या हैं कुंती नर्सिंग होम: डॉ. अरुण मौर्या कुंती नर्सिंग होम चलाते हैं। बसपा सरकार में वह मंत्रियों के खास रहे। सत्ता परिवर्तन के बाद वह भाजपा में आ गए थे। हालांकि पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था, लेकिन भूमि पर जब कार्रवाई शुरू हुई तो उसके बाद अभी हाल में ही वह भाजपा में आ गए थे।