जिम्मेदार दें ध्यान, तो बचे राहगीरों की जान
हरदोई : सड़कों के गड्ढों को लेकर सुप्रीम कोर्ट भले ही गंभीर हो गया है, लेकिन सड़क
हरदोई : सड़कों के गड्ढों को लेकर सुप्रीम कोर्ट भले ही गंभीर हो गया है, लेकिन सड़कों के अनुरक्षण के लिए जिम्मेदार विभागों के अधिकारी-अभियंता संवेदनशील नहीं हो पा रहे हैं। वजह कोई भी हो, लेकिन समय रहते जिम्मेदारों की ओर से ध्यान न दिए जाने से राहगीरों के लिए सड़कों के गड्ढा जानलेवा साबित हो रहें हैं।
सड़कों के गड्ढों से होने वाली मौतों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने हाल में एक निर्णय में सख्ती दिखाई है। कहा है ऐसी मौतों को रोका जा सकता है। इसके लिए सड़कों को समय रहते गड्ढामुक्त किया जाना आवश्यक है। वहीं जिले में निर्मणाधीन हरदोई-शाहजहांपुर फोर लेन सड़क पर तो पिहानी चुंगी से करीब डेढ़ किलोमीटर की लंबाई में गड्ढों का जाल ही बिछा हुआ है। वहीं नुमाइश चौराहा पर भी सड़क की एक साइड का काफी नीचा होना गड्ढा से अधिक दो पहिया वाहनों के लिए घातक साबित हो रहा है। ऐसे ही हरदोई-लखनऊ मार्ग पर छोहा नाला के पुल चौड़ीकरण के चलते निकट की सड़क भी गड्ढा में तब्दील हो चुकी है।
वहीं पीडब्ल्यूडी के नोडल अभियंता का कहना है कि बरसात के कारण सड़कों का निर्माण नहीं हो पा रहा था। जल्द ही निर्माणाधीन सड़कों का कार्य पूरा करा लिया जाएगा। जबकि अन्य सड़कों में गड्ढों को भरवाने के लिए शासन की ओर से दी जाने वाली व्यवस्था में चिह्नीकरण एवं बजट की मांग की जाती है।