अखबार हैं पूरी तरह से सुरक्षित नहीं फैलता है कोरोना वायरस
अखबार से नहीं फैलता कोरोना। अखबार पूरी तरह हैं सुरक्षित। सुरक्षा के पूरे मापदंडों को पूरा करने पर ही अखबार पाठकों तक पहुंचता है।
हरदोई: कोविड-19 महामारी में लॉकडाउन के कारण पिछले दो माह से अधिकतर लोग घरों में परिवार के साथ हैं। दिन की शुरुआत तो हमेशा ही अखबार पढ़ने से होती रही। कोरोना संकटकाल में भी ऐसा ही रहा। लोग अपने आसपास और देश-दुनिया की जानकारी के लिए अखबार पर ही विश्वास करते हैं। अखबार बच्चों से लेकर बुजुर्गों, घरेलू से लेकर कामकाजी लोगों सभी के लिए रोज पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराता है, लेकिन कोविड-19 महामारी में कुछ लोगों के बीच यह भ्रम की स्थिति पैदा हो गई कि अखबार से भी संक्रमण फैल सकता है, जबकि इस बात में बिल्कुल सच्चाई नहीं है। विशेषज्ञों द्वारा यह पूरी तरह से प्रमाणित हो चुका है कि अखबार पूरी तरह से सुरक्षित हैं। ऐसे में हम अपने पाठकों को विश्वास दिलाते हैं कि इस मुश्किल समय में भी अखबार आपकी जरूरत की सभी जानकारियों को हमेशा पहुंचाता रहेगा। दैनिक जागरण के पाठकों का कहना है कि अखबार पूरी तरह से सुरक्षित है।
हमे देश दुनिया की जानकारी देता है अखबार
अखबार पूरी तरह से सुरक्षित है। अखबार से किसी भी तरह के संक्रमण को लेकर अफवाह से दूर रहें। विशेषज्ञों ने भी यह प्रमाणित किया है कि अखबारों से संक्रमण नहीं फैलता है। लॉकडाउन में लोगों को अखबार पढ़कर समय का सही प्रयोग करना चाहिए। देश दुनिया की सारी जानकारी विस्तार से अखबार के माध्यम से ही मिलती है। अखबार पूरी तरह से सैनिटाइज करके पाठकों तक पहुंचाया जाता है। मैं दैनिक जागरण का नियमित पाठक हूं और दिन की शुरुआत भी दैनिक जागरण पढ़कर ही होती है।
- पुलकित खरे, जिलाधिकारी
अखबार से नहीं होता कोविड 19 का संक्रमण
अखबार लोगों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। संसाधन खुद सुरक्षा के प्रति जागरूक हैं। अखबार से संक्रमण नहीं फैलता है। अफवाह पर ध्यान न दें। अखबार तो हमारी जिदगी का हिस्सा है। खासकर लॉकडाउन के दौरान घर में रहते हुए देश दुनिया की अखबार से ही खबरें मिलती रहीं। बिना किसी डर के अखबार पढ़ें। मैं खुद सुबह अपनी शुरुआत अखबार से ही करता हूं।
-डॉ. सीपी कटियार, बाला जी हॉस्पिटल
अखबार मेरी दिनचर्या का अहम हिस्सा
अखबार मेरी दिनचर्या का अहम हिस्सा है। दैनिक जागरण का का काफी समय से नियमित पाठक हूं। साथ ही कई अन्य अखबार और पुस्तिकाएं भी लेता हूं। सुबह करीब एक घंटा अखबारों को पढ़ने से समस्याओं व दूसरी जानकारी मिलती है। इसके बाद अपना नियमित कार्य शुरू करता हूं। मेरा मानना है कि कोविड 19 में भी अखबार पूरी तरह से सुरक्षित है। लोगों तक पहुंचाने के पहले सैनिटाइज किया जाता है। अखबार परी तरह से सुरक्षित है। इस बारे में मैं खुद लोगों को जागरूक कर चुका हूं। सही जानकारी पाने के लिए अखबार को नियमित पढ़ना चाहिए।
-डॉ. राजेश मिश्र, प्राकृतिक चिकित्सक
शुरू से ही है अखबार पढ़ने में रुचि
लॉकडाउन के दौरान विस्तार से अखबार पढ़ने का समय मिला। अखबार पढ़ने की शुरू से ही रुचि रही है। सभी से अपील है कि खुद को अपडेट रखने के लिए अखबार पढ़ें। बच्चों में भी अखबार पढ़ने की आदत कम न होने दें। क्योंकि अखबार ही एक ऐसा माध्यम है, जोकि देश दुनिया के समाचार हम सभी तक पहुंचाता है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए अखबार का विशेष महत्व है। जागरण सरोकारों का अखबार है। अफवाहों पर ध्यान न देकर अखबार पढ़ते रहें।
भजनलाल गुप्ता, उद्यमी
मैं भी अखबारों को रूटीन में पढ़ता हूं :
सभी की रोजमर्रा जिदगी में अखबार एक अहम हिस्सा है। मैं भी अखबारों को रूटीन में पढ़ता हूं। अखबार के माध्यम से किसी भी विषय के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से पढ़ने को मिलती है। मेरा मानना है कि अखबार पहले की तरह पूरी तरह से सुरक्षित है। लोगों को अफवाहों पर यकीन नहीं करना चाहिए। लॉकडाउन में पूरे परिवार को अखबार पढ़ने का वक्त देना चाहिए। साथ ही सभी कोरोना से लड़ने के लिए शारीरिक दूरी बनाएं रखें। अखबार की छपाई से प्रिटिग मशीनों से बाहर निकलने तक सैनिटाइज होता है। मशीनों के आउटर भाग पर सैनिटाइजर मशीन लगती है। अखबार को प्रिट करने वाले कर्मी मास्क और दस्तानों का प्रयोग करते हैं।
अरविद सिंह, अध्यक्ष अधिवक्ता संघ
मेरे दिन की शुरुआत अखबार से होती है
: मेरे दिन की शुरुआत अखबार से होती है। अखबार के माध्यम से सभी तरह की अपडेट जानकारी मिल जाती है। मेरा मानना है कि इस बात में कतई सच्चाई नहीं है कि अखबार सुरक्षित नहीं है। सुरक्षा के पूरे मापदंडों को पूरा करने पर ही अखबार पाठकों तक पहुंचता है। सरकार द्वारा किसी की अनुमति तभी दी जाती है जब वह पूरी तरह सुरक्षित हो। छपाई से लेकर घरों तक अखबार सुरक्षा के कई मापदंडों से होकर निकलता है। पूरी तरह सैनिटाइज होने के बाद ही आपके पास पहुंच रहा है। लोगों से अपील है कि सरकार की गाइडलाइन को फॉलो करते हुए घरों में रहें। खुद को और परिवार को सुरक्षित रखें।
संजीव खरे, जिला कार्यवाह, आरएसएस
अखबार हैं जिदगी का हिस्सा
अखबार हम सभी की जिदगी का हिस्सा हैं। एक दिन जब अवकाश होता है, तो वह दिन बिना अखबार पढ़े नहीं कटता है। बिना अखबार पढ़े अधूरा अधूरा सा लगता रहता है। कोविड-19 को लेकर कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि अखबार से संक्रमण होता है। जबकि यह पूरी तरह से गलत है। अखबार सुरक्षित हैं। यह सरकार खुद मान रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय से भी ऐसा कई बार कहा जा चुका है। मैं दैनिक जागरण का नियमित पाठक हूं। सभी लोग अखबार पढ़ें, किसी को डरने की जरूरत नहीं है। -अखिलेश कटियार, उपाध्यक्ष, सिचाई बंधु
अखबार से होता समय का सदुपयोग
--लॉकडाउन में अखबार पढ़कर समय का सदुपयोग होता रहा। अखबारों से देश दुनिया की जानकारी होती है। मैं दैनिक जागरण का नियमित पाठक हूं। अन्य पत्र भी पढ़ता हूं। कोरोना को लेकर लोगों ने अफवाह फैला दी कि अखबारों से संक्रमण हो सकता है जबकि यह संभव नहीं है। क्योंकि अखबार खुद प्रकाशन से लेकर वितरण तक सुरक्षा का ध्यान रखते हैं। उनकी शुरुआत अखबार पढ़कर ही होती है। सभी लोग नियमित अखबार पढ़ें तभी देश दुनिया से जुड़े रह पाएंगे।
हफीज अहमद, सचिव अंजुमन इस्लामियां