मां महागौरी का पूजन कर विनम्रता एवं सौम्यता की कामना की
हरदोई : नवरात्र की अष्टमी को मां के महागौरी स्वरूप की आराधना कर विनम्रता व सौम्यता की का
हरदोई : नवरात्र की अष्टमी को मां के महागौरी स्वरूप की आराधना कर विनम्रता व सौम्यता की कामना की गई। इस मौके पर अधिकांश परिवारों में हवन कर पूर्णाहुति भी दी गई।
आचार्य उमाकांत शास्त्री ने बताया कि मां के दिव्य स्वरूप का ध्यान हममें विनम्रता व सौम्यता का विकास करता है। हमें दिव्य व संस्कारमय जीवन जीने का संदेश प्रदान करता है। वह जीवन शक्ति का संवर्धन कर हमारे दुर्गणों का शमन करने की शक्ति प्रदान करता है। हमारे आलस्य व अविवेक रूपी अंधकार का नाश करके हमें अलौकिक प्रकाश की अनुभूति प्रदान करता है। यह हमारे भीतर शुचिता, धैर्य व शांति का विकास करता है और हमारी मलिनता को हटाता है। मां दुर्गा की आठवीं शक्ति का नाम महागौरी है। शास्त्रों में इनकी उम्र आठ वर्ष मानी गई है। इनका वर्ण शंख के समान अत्यंत उज्जवल है। इनकी चार भुजाएं हैं। मां श्रवण देवी, मां मनसा देवी, मां मनसा देवी मंदिर, मां फूलमती देवी मंदिर, पीला मंदिर, बाबा नागेश्वर मंदिर, श्री शिवभोले मंदिर आदि मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ रही।
हुआ हवन
हरदोई : कई लोग अष्टमी को ही हवन करते हैं। इन लोगों ने हवन कर व्रत की पूर्णाहूति दी।हालांकि व्रत का पारायण गुरुवार को नवमी का पूजन कर किया जाएगा। इसी के साथ गुरुवार को कन्या भोज की धूम रहेगी। कन्याओं के लिए लोगों को भटकना पड़ेगा। इसलिए कई लोगों ने बुधवार को ही कन्या भोज का भी आयोजन कर दिया। देवी जागरण किया
हरदोई : अष्टमी को कई परिवारों में देवी जागरण का आयोजन किया गया। मंदिरों में भी देवी जागरण हुए। महिलाओं ने मां के गीत गाकर जगराता किया।