घरों से लेकर खेतों तक फैली हैं कच्ची शराब की जड़ें
कच्ची शराब कुटीर उद्योग बन गई है। जिले में कई क्षेत्रों में खुलेआम शराब उतारी जा रही है। पुलिस और आबकारी विभाग छापेमारी भी कर रहा है लेकिन उसका असर कम दिख रहा है। अभी भी शराब बन रही है। आबकारी विभाग ने कछौना थाना क्षेत्र के समसपुर में छापा मारा तो 3000 किलोग्राम लहन मिला, 130 लीटर कच्ची शराब बरामद हुई। टीम ने 12 शराब की भट्ठियां भी पकड़ी और दो लोगों को गिरफ्तार भी किया। अब अभियान में बरामदगी जिले में बन रही शराब की गवाही दे रही है कि अभी भी शराब बनना बंद नहीं है। जिला आबकारी अधिकारी एमके गौतम ने बताया कि अभियान जारी है।
हरदोई: जिले में कच्ची शराब की जड़ें मजबूती से फैली हुई हैं। यही कारण है कि पूरे प्रदेश में अभियान चल रहा है, लेकिन जिले में अभी भी शराब की भट्ठियां धधक रही हैं। आबकारी विभाग के छापे में यह बात सामने भी आ रही है। घरों में शराब उतारी जा रही है। तो खेतों में लहन छिपाकर रखा जाता और तालाबों के किनारे भट्ठी चढ़ी मिल रही हैं।
कच्ची शराब कुटीर उद्योग बन गई है। जिले में कई क्षेत्रों में खुलेआम शराब उतारी जा रही है। पुलिस और आबकारी विभाग छापेमारी भी कर रहा है लेकिन उसका असर कम दिख रहा है। अभी भी शराब बन रही है। आबकारी विभाग ने कछौना थाना क्षेत्र के समसपुर में छापा मारा तो 3000 किलोग्राम लहन मिला, 130 लीटर कच्ची शराब बरामद हुई। टीम ने 12 शराब की भट्ठियां भी पकड़ी और दो लोगों को गिरफ्तार भी किया। अब अभियान में बरामदगी जिले में बन रही शराब की गवाही दे रही है कि अभी भी शराब बनना बंद नहीं है। जिला आबकारी अधिकारी एमके गौतम ने बताया कि अभियान जारी है। नहीं हो पाती है कार्रवाई जिले में शराब बनती है, यह चोरी छिपे नहीं हो रहा है। सभी को पता भी है, लेकिन जब अभियान चलता है तो कार्रवाई हो जाती है। लोगों का कहना है कि बीट के सिपाही और क्षेत्रीय आबकारी अधिकारियों तक जानकारी होती है पर कार्रवाई नहीं हो पाती।