समय से नहीं फीड हो पा रहे ई-मस्टर रोल
-मनरेगा वां में 243, हरपालपुर में 60, कछौना में 11, कोथावां में 224, माधौगंज में
हरदोई : मनरेगा में रोजगार की गारंटी के साथ ही समय से श्रमिकों को भुगतान भी दिलाए जाने की व्यवस्था है। रोजगार से लेकर भुगतान तक की प्रक्रिया में ई-मस्टर रोल का बड़ा रोल होता है। ई-एमआर पूर्ण होने पर फी¨डग और फिर दो स्तर से फंड ट्रांसफर आर्डर जारी कि जाते हैं। जिले में समय से फीड न करा जाने के कारण 19 में से 16 विकास खंडों में 1562 ई-एमआर लंबित हैं।
जॉब कार्डधारकों को नियमित रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मनरेगा मद से ग्राम पंचायतों में कार्य की निरंतरता बनाए रखने की व्यवस्था दी गई है। कार्यों पर लगाए जाने वाले जॉबकार्ड धारकों के लिए ई-एमआर जारी किए जाने से लेकर फी¨डग तक की जिम्मेदारी विकास खंड पर दी गई है और इसके लिए कार्यक्रम अधिकारी को सभी संसाधन भी उपलब्ध कराए गए हैं। मनरेगा में ई-एमआर पूर्ण होने पर विकास खंड पर फिर से वापस मंगा लिए जाने एवं भुगतान के लिए फी¨डग कराए जाने की प्रक्रिया पूर्ण कराई जाती है।
कार्यक्रम अधिकारियों की अनदेखी एवं अन्य जिम्मेदारों की लापरवाही से अहिरोरी में 57, बावन में 40, बेहंदर में 140, भरावन में 131, भरखनी में 109, हरियावां में 243, हरपालपुर में 60, कछौना में 11, कोथावां में 224, माधौगंज में 87, पिहानी में 12, सांडी में 9, संडीला में 167, शाहाबाद में 109, सुरसा में 81 एवं टड़ियावां में 82 ई-एमआर लंबित चल रहे हैं। सीडीओ का कहना है कि कार्यक्रम अधिकारियों को तीन दिन का समय दिया गया है, इसके बाद लंबित ई-एमआर पर कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।