585 विद्यालयों में संसाधनों की होगी जांच
परिषद के निर्देश पर तहसीलवार गठित टीम को विद्यालयों की भेजी गई सूची छह दिसंबर से विद्यालयों की शुरू होगी जांच
हरदोई : माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा के परीक्षा केंद्र के लिए विद्यालयों में संसाधनों की जांच छह दिसंबर से शुरू की जाएगी। इसके लिए तहसीलवार गठित टीमों को 585 विद्यालयों की सूची भेजी गई है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद से संबंद्ध जिले में 627 विद्यालय संचालित है। इनमें से इस बार परीक्षा केंद्र बनाने के परिषद के मानक के अनुसार 585 विद्यालय परिधि में आ रहे है। इन विद्यालयों के प्रधानाचार्यो को पांच दिसंबर तक विद्यालय में उपलब्ध संसाधन को अपलोड कराने के निर्देश दिए गए है। वेबसाइट पर अपलोड सूचनाओं का सत्यापन जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम करेंगी। जिसके लिए तहसीलवार टीम बनाई गई। टीमें उप जिलाधिकारी, सहायक अभियंता डीआरडीए, तहसीलदार, तहसील क्षेत्र के राजकीय विद्यालयों में वरिष्ठ प्रधानाचार्य सदस्य होंगे। विभाग की ओर से गठित टीम को निर्धारित समय सीमा के अंदर सत्यापन कर उसकी आख्या उपलब्ध कराना है। विभाग की ओर से टीम को भेजी गई सूची में तहसील बिलग्राम में 185, सदर में 150, संडीला में 126,शाहाबाद में 65 और सवायजपुर में 58 विद्यालयों की जांच की जाएगी। टीम को अपनी जांच रिपोर्ट 20 दिसंबर तक देनी होगी। उसी के आधार पर जिला स्तरीय परीक्षा समिति उसका परीक्षण कर आख्या परिषद को भेजेगी। उसी के आधार पर तैयार वरियता से परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया जाएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक वीके दुबे ने बताया कि परीक्षा केंद्र निर्धारण के कार्य का समयबद्ध कार्यक्रम जारी किया गया है। उसी के अनुसार सभी को कार्य करने के लिए पत्र लिखा गया है। मिड डे मिल टास्क फोर्स के सदस्य निरीक्षण में नहीं ले रहे रुचि
हरदोई : जिले में मिड- डे मील योजना के विधिवित क्रियान्वयन के लिए गठित टास्क फोर्स विद्यालयों के निरीक्षण में रुचि नहीं ले रही है। सभी टीमों को पांच-पांच विद्यालयों का निरीक्षण कर उसकी आख्या प्रेरणा एप पर अपलोड करना है। टीमों से दिसंबर पर निरीक्षण कर आख्या अपलोड करने को पत्र लिखा गया है।
मिड- डे मील योजना के तहत परिषदीय विद्यालयों, सहायता प्राप्त बेसिक व माध्यमिक विद्यालय, समाज कल्याण से संबंद्ध विद्यालयों में विद्यार्थियों को दोपहर का भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था है। इसके लिए ब्लाक स्तर और जिला स्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों की टीमें गठित है। जिनको कम से कम पांच विद्यालयों का प्रतिमाह निरीक्षण कर आख्या अपलब्ध करानी है। मगर टास्क फोर्स टीम के सदस्य निरीक्षण में रुचि नहीं ले रहे है। विभागीय आंकडों के अनुसार डीपीओ ने चार,डीडीओ ने चार,डीपीआरओ ने एक, डीआईओएस ने दो,डीएसओ ने सिर्फ चार विद्यालयों का निरीक्षण किया। अन्य सदस्यों ने निरीक्षण ही नहीं किए। जिस पर बीएसए हेमंत राव ने टास्क फोर्स के सभी सदस्यों से निर्धारित संख्या में विद्यालयों का निरीक्षण कर उसकी आख्या प्रेरण अपलोड करने के लिए पत्र लिखा है।