कमरे की खिड़की से पेट्रोल फेंककर लगाई गई थी आग
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हरदोई: कोतवाली शहर क्षेत्र के भदैंचा गांव में घर के अंदर अनुसूचित जाति के युवक मोनू को जिदा जलाने के पीछे कारण प्रेम प्रसंग ही रहा। पुलिस की जांच में इस पर मुहर भी लग गई है। इस पूरे मामले की पृष्ठभूमि रही युवती ने पूर्व में दिए गए बयान फिर बदले। अब उसका कहना है कि मोनू छत से उसके घर में घुस आया था। उसके साथ उसे देखकर फूफा-बुआ ने उसे निकाल कर कमरा बाहर से बंद कर दिया और फिर खिड़की से पेट्रोल फेंककर आग लगा दी थी। सीओ सिटी ने बताया कि युवती के बयानों पर लिखापढ़ी कर बुधवार को तीनों को जेल भेज दिया गया है।
भदैंचा निवासी मोनू शनिवार की रात राधे गुप्ता के घर पर कमरे में जला मिला था। परिजनों ने रंजिशन उसे पकड़ कर आग लगा देने का आरोप लगाते हुए पांच पर एफआइआर दर्ज कराई थी। हालांकि पुलिस की जांच में मामला मुड़ा। पुलिस को आरोपित राधे, उनकी पत्नी डाली के साथ उनकी भतीजी ने बताया था कि मोनू को मारा पीटा गया तो उसने खुद कमरे में बंदकर आग लगा ली, लेकिन मंगलवार को पुलिस की पूछताछ में उसने फिर अपने बयान बदले हैं। जांच अधिकारी सीओ सिटी विजय कुमार राणा ने बताया कि आरोपित युवती ने बताया कि मोनू छत से आया था। कमरे में आ गया, आहट पाकर बुआ, फूफा जाग गए, तो वह चिल्लाने लगी। उन्होंने उसे तो अलग कर दिया फिर कमरा बाहर से बंदकर मोनू के ऊपर खिड़की से पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इसमें उसने खुद को भी शामिल बताया था। सीओ सिटी ने बताया कि उसके बयानों को लिखापढ़ी में लिया गया है। हालांकि अभियुक्त के बयानों का कोई खास महत्व नहीं होता है लेकिन पूरी जांच हो रही है। इतना साफ है कि आग कमरे में ही लगाई गई है। जांच जारी है और आगे की कार्रवाई होगी।