दुलारपुर में उपायुक्त को लोहिया आवास मिले अधूरे
भरावन ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायत दुलानगर में अधिकारियों कर्मचारियों एवं प्रधान की मिलीभगत मिली।
भरावन : ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायत दुलानगर में अधिकारियों, कर्मचारियों एवं प्रधान की मिलीभगत से आवास योजना में हेराफेरी सामने आई है। शासन की ओर से मनरेगा उपायुक्त मनीष कुमार ने गुरुवार को गांव निवासी सुरेंद्र कुमार की शिकायत पर जांच की।
उपायुक्त ने गांव पहुंचकर शिकायत कर्ता और ग्रामीणों से जानकारी ली। शिकायत कर्ता ने कहा है कि बीडीओ, ग्राम पंचायत अधिकारी, लेखपाल व प्रधान मिलीभगत करके लाखों रुपये का गबन किया है। प्रधान ने वर्ष 2016-17 में अपने रिश्तेदारों को लोहिया आवास दे दिए थे। दुलारनगर में सत्रह व जगदीशपुर के आठ गरीबों को लोहिया आवास दिए गए थे, जो आज भी अधूरे पड़े हैं। उपायुक्त को भी जांच में आवास अधूरे मिलें। उपायुक्त ने प्राथमिक विद्यालय में लोहिया आवास के बारह लाभार्थियों के बयान दर्ज किए।
उन्होंने इसके बाद जगदीशपुर के तीन लोहिया आवासों की जांच की, जो कि अधूरे मिलें। लाभार्थियों ने उपायुक्त को बताया कि आवास का पूरा रुपया खातों में मिला था, लेकिन सामग्री महंगी होने के कारण प्लास्टर नहीं करा पाया हूं। मनरेगा मजदूरी व सौर ऊर्जा प्लांट भी नहीं मिला है। प्रधान कैलाश दीक्षित ने बताया कि सुधीर सुरेंद्र कुमार, सूर्यप्रकाश ने पंचायत की कई जमीनों पर कब्जा कर रखा हैं, जिसकी पैमाइश के कारण फर्जी शिकायत करते रहते हैं।