फूलों के साथ आर्टिफिशल फूल भी बढ़ाते कांवड़ की शोभा
सावन माह में शिवभक्तों के कंधों में आकर्षक कांवड़ नजर आती है।
हरदोई : सावन माह में शिवभक्तों के कंधों में आकर्षक कांवड़ नजर आती है। वह अपनी कांवड़ को हर साल नया रुप देने की कोशिश करते है। इसके लिए प्राकृतिक फूल पत्तों के साथ साथ आर्टिफिशियल सामग्री का भी प्रयोग करते हैं।
सावन में राजघाट से गोला तक जत्थे के साथ जाने वाले लक्ष्मी पुरवा निवासी राजा बताते है वह रविवार की सुबह राजघाट के लिए निकलते है। इसके लिए वह शुक्रवार से ही कांवड़ को तैयार करने में लग जाते है। सावन में जत्थे में कई जिलों के लोग मिलते है। वह उनकी कांवड़ को देख अपनी कांवड़ को भी आकर्षक दिखाने का प्रयास करते है। इसके लिए डाली को फुल पत्तियों से सजाते है। जिसमें परिवार के लोग भी सहयोग करते है। वहीं महोलिया शिवपार निवासी राजकिशोर ने बताया कि कांवड़ को आकर्षक बनाने में रंगीन कागज का प्रयोग करते है। इसके साथ ही उसमें गुड्डे-गुड़ियां भी लगा देते हैं। ताकि वह आकर्षक लगने लगे। वहीं आलू थोक निवासी मिथिलेश ने बताया कि वह साधारण रुप से कांवड़ तैयार करते हैं और उसी को लेकर जाते हैं। वहीं अशराफ टोला निवासी राजेश कुमार ने बताया कि कांवड़ के सजाने में वह गुब्बारे आदि लगाकर उसे आकर्षक बनाते हैं। इसमें अधिक समय नहीं लगता है और कांवड़ आकर्षक भी लगती है।