पति पत्नी के नाम जॉबकार्ड, श्रमांश में ही किया गया खेल
द्बह्मह्मद्गद्दह्वद्यड्डह्मद्बह्ल4 द्बठ्ठ द्वड्डठ्ठह्मद्गद्दड्ड द्बह्मह्मद्गद्दह्वद्यड्डह्मद्बह्ल4 द्बठ्ठ द्वड्डठ्ठह्मद्गद्दड्ड द्बह्मह्मद्गद्दह्वद्यड्डह्मद्बह्ल4 द्बठ्ठ द्वड्डठ्ठह्मद्गद्दड्ड
हरदोई: मनरेगा की जितनी जांच होती है, उतने ही खेल सामने आ रहे हैं। पति-पत्नी के नाम जॉबकार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों के श्रमांश में खेल तो करीब करीब हर जगह मिल रहा है। हरियावां विकास खंड के अटवा असिगांव में भी ऐसे ही मामले सामने आए हैं। जिसमें 15 दंपतियों के न केवल कार्ड बनाए गए बल्कि 100 दिन से ऊपर का काम भी दिखाया गया। अब सोशल ऑडिट होने जा रहा है, उससे पहले ही शिकायतें की गई हैं।
अटवा असिगांव में कराए गए कार्यों के बारे में बताया गया कि करीब 32 लाख रुपये काम हुआ। सबसे ज्यादा खेल तो जॉबकार्ड में किया गया। लक्ष्मीनारायण और उनकी पत्नी नीलम, उदयपाल और उनकी पत्नी सोनी देवी, सुरेश के साथ उनकी पत्नी गीता देवी यही नहीं 16 ऐसे लोग सामने आए जिनके पति पत्नी दोनों के कार्ड बने हैं और अलग अलग दिनों के काम दिखाए गए। मनरेगा के जारी आंकड़ों के अनुसार काम भी 100 दिन के बजाए अधिक दिनों का दिखाया गया। यही नहीं प्रधानमंत्री आवास योजना में 16 लाभार्थियों को आवास दिए गए। नियमानुसार उन्हें ही 90 दिन का काम दिया जाना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उनके नाम पर काम दूसरों से कराया गया। आवास लाभार्थियों में राजेश्वरी, मुलायम, सुनील, रामकुमार, पत्तेलाल, विश्राम, संजू समेत 16 लाभार्थियों में उनके बजाय दूसरों के नाम भुगतान निकाला गया। अब अन्य ग्राम पंचायतों की तरह यहां पर भी ऑडिट होने जा रहा है।