मसालों पर महंगाई की मार, गड़बड़ाया रसोई का बजट
हरदोई : महंगाई से रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। तेल, दाल, आटा तो पहले से ही महंगा है, अब मसाले पर भी महंगाई की मार है। नमक, जीरा, धनिया, लाल मिर्च के साथ बड़ी इलायची महंगी हो गई है। सौंफ के भाव एक साल में दो गुना से अधिक पहुंच गए हैं। एक साल में मसालों के भाव में 40 फीसदी तक वृद्धि हुई है।
डीजल के दामों में वृद्धि के बाद से ट्रांसपोर्ट का खर्च बढ़ा तो हर चीज पर महंगाई की मार पड़ी। सबसे ज्यादा असर घर की रसोई पर पड़ा है। कंपनियां भी महंगाई में कारोबार प्रभावित न हो, इसके लिए तमाम प्रयास कर रही हैं। पैक्ड सामग्री का वजन कम कर कंपनियां लुभावने आफर दे रही हैं। किराना कारोबारी राधाकृष्ण, सुनील, उमेश ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल के बाद से खाने-पीने की चीजें महंगी हुई हैं। सब्जी मसाले महंगे होने से आम लोग परेशान हैं। लोग महीने की जरूरत के हिसाब से मसालों की खरीद कर रहे हैं।
बोली महिलाएं
कोरोना काल के बाद से बाजार में हर सामान महंगा हुआ है। अब तो मसाले भी महंगे हो गए हैं। घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। मसालों पर तीन सौ रुपये से अधिक खर्च करना पड़ रहा है।- निशा यादव, गृहणी
रसोई में राशन और मसालों की जरूरत होती है, लेकिन महंगाई के चलते रसोई का बजट गड़बड़ाया हुआ है। किसी तरह घर का खर्च चलाया जा रहा है। राशन और मसालों पर महंगाई कम होनी चाहिए।- समता शर्मा, गृहणी
मसाले - अगस्त 2021 का भाव - अगस्त 2022 का भाव
लाल मिर्च - 200 रुपये प्रति किलो - 280 रुपये प्रति किलो
धनिया - 100 रुपये प्रति किलो - 160 रुपये प्रति किलो
जीरा - 200 रुपये प्रति किलो - 300 रुपये प्रति किलो
हल्दी - 80 रुपये प्रति किलो - 110 रुपये प्रति किलो
काली मिर्च - 600 रुपये प्रति किलो - 650 रुपये प्रति किलो
लौंग - 800 रुपये प्रति किलो - 1000 रुपये प्रति किलो
बड़ी इलायची - 600 रुपये प्रति किलो - 1000 रुपये प्रति किलो
सौंफ - 80 रुपये प्रति किलो - 170 रुपये प्रति किलो
नमक - 20 रुपये प्रति किलो - 25 रुपये प्रति किलो