मत्स्य पालन से समूह व आश्रयस्थल की बढ़ेगी अतिरिक्त आय
सीडीओ ने टड़ियावां के बहर पशु आश्रयस्थल का लिया जायजा
हरदोई : मुख्य विकास अधिकारी निधि गुप्ता वत्स ने कहा कि मत्स्य पालन से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं एवं पशु आश्रयस्थल की आमदनी बढ़ेगी। जबकि बाजार में मछलियों की उपलब्धता भी स्थानीय स्तर पर हो सकेगी।
सीडीओ ने विकास खंड टड़ियावां के बहर पशु आश्रयस्थल के निरीक्षण के दौरान प्रगति आजीविका स्वयं सहायता समूह की ओर से आश्रयस्थल के तालाब में किए जाने वाले मत्स्य पालन का शुभारंभ किया। कहा कि तालाब में पानी की उपलब्धता रहेगी और मछलियों के चारा-दाना की भी कोई समस्या नहीं होगी। समूह की महिलाओं से कहा कि वह मत्स्य पालन के प्रति गंभीर रहें और नियमित देखभाल और समय से दाना एवं दवाएं आदि तालाब में डालती रहें। ताकि मछलियां जल्द तैयार हो सकें।
उन्होंने आश्रयस्थल परिसर में करीब दो एकड़ में रोपित नैपियर घास की ग्रोथ देखी और कहा कि ग्रोथ के हिसाब से जल्द ही गोवंश के लिए हरे चारे की उपलब्धता आश्रयस्थल में ही होने लगेगी। आश्रयस्थल में 132 गोवंश ईयर टैग लगे मिले। भूसा, पानी व दाना आदि की जानकारी ली। सीवीओ डॉ. जेएन पांडेय ने बताया कि गोवंशों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है, चारा-दाना की कोई समस्या नहीं है। उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. प्रकाश वीर, पशु चिकित्साधिकारी डॉ. वीपी सिंह, डॉ. ओपी पांडेय, बीडीओ संध्यारानी, समूह की अध्यक्ष मालती देवी, सचिव कोकिला सहित समूह सदस्य मौजूद रहीं।