वीडीओ ने व्यक्तियों को ही ऑनलाइन फर्म बनाकर निकाले 6.57 लाख
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हरदोई : ग्राम पंचायतों में शासन ने भले ही पीएफएमएस (पब्लिक फंड मैनेजमेंट सिस्टम) प्रभावी करा दिया है, लेकिन पंचायत सचिव ने खेल करने का इसमें भी रास्ता खोज लिया है। हरपालपुर में तैनात वीडीओ (विलेज डेवलपमेंट अफसर) ने व्यक्तियों को ही पोर्टल पर फर्म बना दिया। फर्म बनाए गए व्यक्तियों के व्यक्तिगत बैंक खातों के माध्यम से 6.57 लाख रुपये निकाल लिए। वीडीओ ने चार ग्राम पंचायतों की ग्राम निधि प्रथम से यह राशि व्यक्तिगत खातों में हस्तांतरित की है। डीपीआरओ गिरीश चंद्र ने मामले की जानकारी पर संबंधित वीडीओ से जवाब-तलब किया है, साथ ही विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी है।
हरपालपुर की ग्राम पंचायत शेखापुर नगरिया, महदायन खुर्द, चांदामहमदपुर, बर्रा, तिथिगांव, श्यामपुर पंजा एवं सुरजूपुर दुर्जना में पंचायत सचिव के तौर पर वीडीओ कौशलेंद्र सिंह कार्य देख रहे हैं। वीडीओ ने पीएफएमएस से किए जाने वाले पोर्टल में एजेंसी के रूप में सुनील कुमार, उमेश चंद्र, सुशील कुमार, नन्हीं देवी, नीतेश पाठक आदि को पंजीकृत किया गया है। ग्राम पंचायतों में पंजीकृत यह व्यक्ति एजेंसी के नौकर सिटीजन है। डीपीआरओ गिरीश चंद्र का कहना है कि वीडीओ ने साजिश के तहत व्यक्तियों को एजेंसी के रूप में पंजीकृत कर राशि निकाली जा रही है। जो कि नियम विरुद्ध है।
अभिलेखों के अनुसार ग्राम पंचायत बर्रा में नीतेश पाठक को एजेंसी बताकर 2.40 लाख एवं 31500 रुपये, सुनील को एजेंसी बताकर 50 हजार, चांदामहमदपुर में सुनील को एजेंसी बताकर दो बार में 50 हजार रुपये, तिथिगांव में सुनील को 27644, महदायनखुर्द में सुनील को आठ बार में 1 लाख 63 हजार चार रुपये एवं श्यामपुर पंजा में सुनील को दो बार में 95 हजार रुपये का भुगतान किया गया है। डीपीआरओ का कहना है कि संबंधित वीडीओ से वित्तीय अनियमितता के संबंध में बैंक पासबुक, स्टेटमेंट, एस्टीमेट एवं प्रमाणित अभिलेखों के साथ ही स्पष्टीकरण मांगा गया है।