जेल में बंदी के आत्महत्या की त्रिस्तरीय होगी जांच
- पुलिस और ससुरालीजनों से परेशान होकर जान देने की बात लिखी - जांच रिपोर्ट के आधार पर होगी आगे की कार्रवाई जागरण संवाददाता हरदोई जिला कारागार के इज्जतघर (शौचालय) में गुरुवार को बंदी के फांसी लगाकर जान देने के मामले की त्रिस्तरीय जांच होगी। मजिस्ट्रेटी जांच के साथ ही डीआईजी जेल और जेल अधीक्षक अपनी अपनी जांच करेंगे। खुद को निर्दोष बताते हुए शिकायतों की जांच भी न होने से बंदी का उठाया गया कदम सवालिया निशान लगा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई होगी। कोतवाली पिहानी क्षेत्र के बंदहरा निवासी सूर्यप्रकाश गुप्ता उर्फ सोनू (35) पुत्र प्रेमचंद्र अपनी ही पुत्री की हत्या के आरोप में 16 अक्टूबर 201
हरदोई : जिला कारागार के इज्जतघर (शौचालय) में गुरुवार को बंदी के फांसी लगाकर जान देने के मामले की त्रिस्तरीय जांच होगी। मजिस्ट्रेटी जांच के साथ ही डीआईजी जेल और जेल अधीक्षक अपनी अपनी जांच करेंगे। खुद को निर्दोष बताते हुए शिकायतों की जांच भी न होने से बंदी का उठाया गया कदम सवालिया निशान लगा रहा है।
कोतवाली पिहानी क्षेत्र के बंदहरा निवासी सूर्यप्रकाश गुप्ता उर्फ सोनू (35) पुत्र प्रेमचंद्र अपनी ही पुत्री की हत्या के आरोप में 16 अक्टूबर 2018 से जेल में बंद थे। बैरक संख्या चार में बुधवार की रात वह खाना खाकर सोया था। गुरुवार की सुबह जेल के अंदर ही शौचालय में उसका शव मिला। उसने फांसी लगाई थी। डीआइजी जेल उमाशंकर श्रीवास्तव ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया। सूर्यप्रकाश की बैरक में ही एक सुसाइड नोट मिला जिसमें उसने ससुराली जनों और पिहानी पुलिस को मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए आत्म हत्या की बात लिखी थी। जेलर ने बताया कि पूरे मामले की मजिस्ट्रेटी जांच होगी। जेल अधीक्षक और डीआइजी जेल अपनी जांच करेंगे।
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