Move to Jagran APP

सर्वर में फंसा राशन, ताले में कैद जरूरतमंद की रोटी

हरदोई : एनएफएसए (राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम) में पात्र गृहस्थी एवं अंत्योदय परिवारों को सस्

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Jan 2019 10:51 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jan 2019 10:51 PM (IST)
सर्वर में फंसा राशन, ताले में कैद जरूरतमंद की रोटी
सर्वर में फंसा राशन, ताले में कैद जरूरतमंद की रोटी

हरदोई : एनएफएसए (राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम) में पात्र गृहस्थी एवं अंत्योदय परिवारों को सस्तीदर पर खाद्यान्न दिए जाने की व्यवस्था में मोबाइल नेटवर्क बाधक बनने लगा है। ग्रामीण क्षेत्र के करीब 1449 उचितदर विक्रेताओं के यहां जनवरी से लागू की गई ई-पोस (इलेक्ट्रानिक प्वाइंट आफ सेल) की व्यवस्था से उपभोक्ता एवं विक्रेता परेशान दिख रहे हैं। नेटवर्क की समस्या से उपभोक्ताओं को खाद्यान्न भी नहीं मिल पा रहा है और ताले में जरूरत मंद की रोटी कैद हो गई है।

loksabha election banner

एनएफएसए में ग्रामीण क्षेत्र के करीब 5 लाख से अधिक पात्र गृहस्थी परिवार को प्रति यूनिट पांच किलो एवं 1 लाख 17 हजार 727 अंत्योदय अन्न योजना के परिवारों को 35 किलो खाद्यान्न सस्तीदर पर दिए जाने का प्रावधान है। खाद्य एवं रसद विभाग की ओर से उपलब्ध कराई गई ई-पास में 4जी के युग में 3जी सिम दिए गए हैं। ई-पास पर ¨फगर ¨प्रट न आने से खाद्यान्न नहीं दिया जा रहा है। डीएम पुलकित खरे का कहना है कि ऐसी शिकायतें प्राप्त हुई हैं। डीएसओ से कहा गया है कि वह शासन की व्यवस्था के अनुसार उपभोक्ता को पूरी मात्रा में खाद्यान्न दिलाने की प्रक्रिया बहाल कराएं। उचितदर विक्रेता नहीं दे रहे स्लिप : बावन ब्लाक प्रमुख समीर ¨सह एवं टड़ियावां के राजेश ¨सह ने डीएम से शिकायत दर्ज कराई है कि जहां पर नेटवर्क आ रहे हैं, वहां पर विक्रेता उपभोक्ता को स्लिप नहीं दे रहे है। कम मात्रा में खाद्यान्न देकर पूरा मूल्य वसूल रहे हैं। वहीं नेटवर्क की समस्या बताकर मैनुअली वितरण से खेल की पूरी आशंका बनी हुई है। डीएम ने पूरे मामले की जांच कराकर कार्रवाई की बात कही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.