जिले में मलेरिया के साथ दिमागी बुखार का प्रकोप
हरदोई : जिले में बुखार ने अपने पांव पसार लिए हैं। मरीजों में अधिकतर मलेरिया और वायरल
हरदोई : जिले में बुखार ने अपने पांव पसार लिए हैं। मरीजों में अधिकतर मलेरिया और वायरल की पुष्टि हुई है। वहीं मल्लावां में एक बच्ची के दिमागी बुखार की भी पुष्टि हुई है लेकिन स्वास्थ्य महकमा इस बात को मानने से इन्कार कर रहा है। संक्रामक बीमारियों के कारण जिले में बुखार से मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। मरीजों को तेज बुखार आने के बाद झटके आने शुरू हो जाते हैं। अगर परिजनों ने लापरवाही की तो मरीजों की मौत हो जाती है। जिले के हर तीसरे मरीज में मलेरिया की पुष्टि हो रहीं है। सबसे अधिक मलेरिया के मरीज संडीला में हैं। जिला अस्पताल की पैथोलॉजी में प्रतिदिन दो सौ से अधिक मरीजों की जांच की जा रही है। जिसमें 35 से 40 मरीजों में वायरल और मलेरिया की पुष्टि हो रही है, लेकिन स्वास्थ्य महकमा इसके बाद भी जिले में मलेरिया के प्रकोप का नकार रहा है। बुखार से नवजात बच्चे समेत मां की मौत
संवाद सूत्र, बेहटा गोकुल : टोडरपुर ब्लाक के सलेमपुर गांव में बुखार से 20 दिन के अंदर एक नवजात समेत छह लोगों की मौत हो गई, उनकी मौत बुखार आने से हुई बताई गई। गांव में बुखार से 20 दिन में छह मौतें हो चुकी हैं। करीब 25 लोग बीमार हैं। शुक्रवार को बुखार से सत्यपाल राठौर के नवजात की भी मौत हो गई। शनिवार को उनकी पत्नी सोमवती ने भी दम तोड़ दिया। इसके पहले गांव के ही रामभजन (47) पुत्र सिरदार, रफीकन (55) पत्नी हिदायत, बब्बन (49), सोनल (10), किरण (27) पत्नी र¨वद्र को बुखार आया था। इन सबकी हालत बिगड़ती देख परिजनों ने उपचार कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और इन लोगों की मौत हो गई। बुखार से सात मौतों के बाद गांव में गम का माहौल है। सीएचसी प्रभारी डा. विपिन बहादुर ने बताया कि जानकारी मिली है सदस्यों की टीम गांव भेज दी गई है।
सनई में बुखार से एक ने और दम तोड़ा
संवाद सूत्र, संडीला : स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुखार जैसे फैले संक्रामक रोग पर नियंत्रण के लिए
कई कदम उठाए गए हैं। फिर भी बुखार से मरने का सिलसिला जारी है।
शनिवार को ग्राम सनई में सोमवती (48) पत्नी प्यारे लाल की मौत हो गई। बुखार से किशोरी की मौत
हरदोई : टड़ियावां थाना क्षेत्र के ग्राम पेड़ा निवासी रोशनी (13) पुत्री
रामलोटन को कई दिनों से बुखार आ रहा था। परिजनों ने पहले तो उसका उपचार सीएचसी में कराया। जब वहां पर कुछ फायदा नहीं हुआ तो वह लोग रोशनी को लेकर
प्राइवेट डाक्टर के पास पहुंचे। जहां पर डाक्टर ने उसकी जांच कराई थी,
जिसमें मलेरिया की पुष्टि हुई। शनिवार को उपचार के दौरान रोशनी ने दम तोड़ दिया।