बुखार से बालिका की मौत, कई अस्पताल में भर्ती
जागरण संवाददाता, हरदोई : बदलते मौसम के कारण जिले संक्रामक रोगों का प्रकोप बढ़ता ही ज
जागरण संवाददाता, हरदोई : बदलते मौसम के कारण जिले संक्रामक रोगों का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। धीरे-धीरे संक्रामक रोग जानलेवा होते जा रहे हैं। जिले में बुखार से पीड़ित मरीजों की हर दूसरे दिन मौत हो रही है और स्वास्थ्य महकमा बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का दावा कर रहा है।
जिले में संक्रामक रोगों का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। संक्रामक रोग हर दूसरे दिन एक जान ले रहा है और स्वास्थ्य महकमा कागजों पर जिले में बेहतर सेवाएं सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। बीते एक सप्ताह में चार लोगों को बुखार की चपेट में आकर अपनी जान गवानी पड़ी है। रविवार को जिला अस्पताल में सुरसा थाना क्षेत्र के गाम बरौरा निवासी पूजा (6) पुत्री सुनील ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मृतका के पिता सुनील ने बताया कि दो दिन पूर्व ही उसे बुखार आया था। जिसका एक निजी चिकित्सक से उपचार चल रहा था। हालत गंभीर होने पर उसे सुबह जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर उपचार के दौरान उसने दोपहर में दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि उनकी एक पुत्री और है। वहीं जिला अस्पताल में देहात कोतवाली के मरेरा निवासी रामरानी पत्नी रामबक्श, गौरियापुरवा निवासी मायावती पत्नी योगेंद्र, कपूरपुर निवासी सुबेदार पुत्र मिट्ठू, लम्बुई निवासी गो¨वद पुत्र रामेश्वर, मन्नापुरवा निवासी मनीष पुत्र रजनीश मिश्रा, नई बस्ती निवासी दयानंद अवस्थी पुत्र राम ¨सह, शंकरपुर निवासी रामदयाल पुत्र तुलसीदास को भर्ती कराया गया। वहीं डायरिया में भीखीखेड़ा निवासी अजय, विजय पुत्रगण मेवालाल, पंडरवा निवासी सादिक पुत्र आसिफ और महताब पुत्र छोटे को भर्ती कराया गया।
रेफर सेंटर बने सीएचसी और पीएचसी : जिले में 7 सीएचसी और 12 पीएचसी हैं जहां पर चिकित्सक, फार्मासिस्ट और वार्ड ब्याय तैनात हैं और सरकार सभी दवाएं और इंजेक्शन भी वहां पर उपलब्ध कराती है। उसके बावजूद भी सीएचसी और पीएचसी पर बुखार और डायरिया के मरीजों का उपचार नहीं हो पा रहा है। सीएचसी और पीएचसी के मरीजों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। सीएचसी और पीएचसी से रेफर हो रहे मरीजों के कारण जिला अस्पताल में मरीजों की लाइन लग रही है। आलम यह है कि अस्पताल में मरीजों को बेड तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।