खेतों में अभी भी है करीब 30 लाख कुंतल गन्ना
हरदोई : कैश क्राप को लेकर गन्ना किसान इस बार काफी परेशान दिखे। मिलों की पेराई क्षमता
हरदोई : कैश क्राप को लेकर गन्ना किसान इस बार काफी परेशान दिखे। मिलों की पेराई क्षमता में वृद्धि न होने और किसानों की ओर से गन्ना फसल के क्षेत्रफल में की जाने वाली वृद्धि ने पेराई सत्र में पर्ची एवं खरीद की समस्या खड़ी कर दी। विभागीय सर्वे की माने तो अभी भी खेतों में करीब 30 लाख ¨क्वटल गन्ना खड़ा है। वहीं गन्ना रहने तक मिलों के संचालन के निर्देश हैं। वहीं मिलों ने भी पेराई सत्र बंद करने की संभावित तिथियां घोषित कर दी हैं।
गन्ना विभाग की ओर से किसानों के गन्ना क्षेत्रफल का सर्वे कराने के साथ ही उनके सट्टा एवं पर्ची की व्यवस्था होती है। चालू पेराई सत्र में भी ऐसा ही कुछ हुआ, लेकिन गड़बड़ी कहां पर रह गई कि किसानों के लिए कैश क्राप परेशानी का सबब बनी गई। सत्र शुरू होने से पहले की गन्ना आयुक्त की ओर से मिलों को गन्ना क्षेत्रफल का आवंटन किए जाने की व्यवस्था है।
रूपापुर चीनी मिल को 19 हजार 732 हेक्टेयर, लोनी चीनी मिल को 24 हजार 592 हेक्टेयर और हरियावां चीनी मिल को 28 हजार 552 हेक्टेयर गन्ना क्षेत्रफल का आवंटन किया गया है। वहीं विभाग की ओर से बताया गया कि पर्ची न मिलने की शिकायत पर कराए गए सर्वे में रूपापुर मिल क्षेत्र में 2.69 लाख, लोनी क्षेत्र में 17.05 लाख एवं हरियावां क्षेत्र में 15.22 लाख ¨क्वटल गन्ना पेराई के लिए खेतों में अवशेष पाया गया। डीसीओ का कहना है कि गन्ना रहने तक चीनी मिलों को चालू रखे जाने को प्रबंधतंत्र से कहा गया है। वहीं प्रबंधतंत्र की ओर से रूपापुर को 30 अप्रैल, लोनी को एवं हरियावां को 20 मई को सत्र की पेराई बंद करने की प्रबंधतंत्र ने तिथियां घोषित की हैं।