कुंडी खटकाकर परदेशियों की परख रहे सेहत
ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड श्चश्रह्यद्बह्लद्ब1द्ग
हरदोई : स्वदेश लौटे परदेशियों की सेहत पर स्वास्थ्य विभाग की नजर है। जिले में लौटे 105 लोगों में अधिकांश अपना क्वारंटाइन अवधि पूर्ण कर चुके हैं। फिर भी स्वास्थ्य कर्मी उनके घर पहुंचकर उनका हालचाल ले रहे हैं। जरा सी भी परेशानी होने पर तुरंत ही सूचना देने की बात कही जा रही है।
कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। केवल सभी को लॉकडाउन का पालन करते हुए घर में रहना है। इससे हम सभी लड़ रहे हैं। जिले में 105 लोग परदेश से आए हैं। जिन पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग निगरानी रखे हुए है। इनमें से अधिकतर लोग क्वारंटाइन की अवधि भी पूर्ण कर चुके हैं। इसके अलावा जो 15 मार्च के बाद जिले में आए हैं स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें घर में क्वारंटाइन रहने के निर्देश दिए थे। शहर में छह लोग परदेश से आए हैं। अब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उनके घर जाकर सेहत जान रहे हैं। स्वास्थ्य कर्मी इनका हाल जानने के साथ ही एक फार्म भी भरवा रहे हैं। जिसमें उनके नाम के साथ ही आयु, पता, किस देश में गए आदि जानकारियां भरनी होंगी। बाहर से आने के बाद उनका जो इलाज किया गया वह भी फार्म पर भरकर देना है। वही रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इस संबंध में सीएमओ डॉ. एसके रावत ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मचारी घरों में विदेश से आए क्वारंटाइन लोगों का हाल जानने के लिए घर-घर जा रहे हैं। अगर उन्हें किसी प्रकार की समस्या होगी तो आइसोलेशन में भर्ती कर जांच कराई जाएगी।