पूर्व प्रमुख से रंगदारी मांग रहा था अखिलेश
ष्श्रठ्ठह्लह्मड्डष्ह्ल द्मद्बद्यद्यद्गह्म ष्श्रठ्ठह्लह्मड्डष्ह्ल द्मद्बद्यद्यद्गह्म
हरदोई: सुरसा थाना क्षेत्र में रविवार की रात पुलिस मुठभेड़ में मारा गया बदायूं जिले के थाना फैजगंज बेहटा के सैंडोला निवासी अखिलेश उर्फ आकाश यादव शातिर बदमाश था। पुलिस के अनुसार वह सुपारी लेकर हत्या करता था। सुरसा के पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय मिश्रा की बरेली जेल में रची गई साजिश के बाद उसने साथियों के साथ 28 दिसंबर 2016 को दिनदहाड़े उनकी हत्या कर दी थी। राजफाश कर पुलिस ने 10 जनवरी 2017 को साथियों के साथ जेल भेजा था और कुछ समय पूर्व ही वह जमानत पर छूटकर आया था। पूर्व ब्लाक प्रमुख के भाई शेष कुमार मिश्र उर्फ धनंजय मिश्र को 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगते हुए मुकदमा न लड़ने की धमकी दे रहा था।
बिलग्राम मार्ग पर मझिला पुल के पास मुठभेड़ में अखिलेश यादव उर्फ आकाश को स्वाट टीम ने सुरसा थाना पुलिस की मदद से मार गिराया था। उसके दो गोलियां एक सीना और एक माथे पर लगी थी। मुठभेड़ में उपनिरीक्षक राहुल सिसौदिया घायल हो गए थे। 28 दिसंबर को डा. हरीशंकर मिश्र महाविद्यालय महिलामऊ के अंदर पूर्व प्रमुख संजय मिश्र की हत्या में वह मुख्य आरोपी था। पुलिस के अनुसार उसने ही वर्ष 2015 में बरेली जेल में बंद रहे भदैंचा निवासी राजू सिंह से संजय मिश्र की हत्या की 20 लाख रुपये में सुपारी ली थी और फिर जमानत पर छूटने के बाद साथियों के साथ उनकी हत्या कर दी थी। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि जमानत पर छूटने के बाद से अखिलेश उर्फ आकाश हत्याकांड के वादी रहे शेष कुमार मिश्र को मुकदमा न लड़ने की धमकी दे रहा था। जिसकी उन्होंने एफआइआर भी दर्ज कराई थी। जिसमें राजू भदैंचा को शामिल करते हुए अखिलेश के 10 लाख रुपये मांगने और न देने पर शेष कुमार को उनके पिता व भाई के पास पहुंचा देने की धमकी देने की बात कही गई थी। रविवार को सर्विलांस से अखिलेश की मौजूदगी की खबर मिली, पुलिस ने पीछा किया और मुठभेड़ में अखिलेश मारा गया। अखिलेश के ऊपर बदायूं में पांच, बरेली और हरदोई में दो-दो मुकदमें दर्ज थे। वह शातिर अपराधी था, जोकि सुपारी लेकर हत्या करता था।