416 इज्जतघरों में गड्ढा बनाकर हड़प ली धनराशि
-एसबीएमंड प्रेरक आशीष्ज्ञ मिश्रा की सेवा समाप्त कर दी गई है।
हरदोई : गांवों को खुले में शौच मुक्त बनाए जाने के लिए एसबीएम ग्रामीण (स्वच्छ भारत मिशन) में निर्मित इज्जतघरों में बड़े खेल का खुलासा हुआ है। डीएम पुलकित खरे ने मानक विहीन, एक गड्ढा ही निर्मित कराने को गंभीरता से लिया है। गबन की गई राशि की वसूली के आदेश के साथ ही खंड प्रेरक की सेवा समाप्त एवं पंचायत कर्मी को निलंबित कर दिया है।
डीएम ने बताया कि विकास खंड सुरसा की ग्राम पंचायत बड़ौआ में एसबीएम ग्रामीण के तहत गांव को खुले में शौच मुक्त बनाए जाने के लिए 416 परिवारों में इज्जतघर निर्मित कराए जाने के लिए 12 हजार रुपये प्रति परिवार के हिसाब से 49 लाख 92 हजार रुपये की राशि ग्राम निधि में हस्तांतरित की गई थी। निर्मित इज्जतघर की जांच में खुलासा हुआ कि मानक विहीन निर्माण के साथ ही दो गड्ढा के स्थान पर एक ही गड्ढा बनवाया गया है। प्रधानमंत्री की शीर्ष प्राथमिकता में से एसबीएम में लापरवाही एवं राशि का गबन किया गया है। प्रधान के विरुद्ध पंचायतीराज अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
बताया कि पंचायत कर्मी सत्येंद्र शर्मा को निलंबित एवं गबन एवं दुरुपयोग की गई राशि की वसूली संबंधित से कराई जाएगी। वहीं पर्यवेक्षण में लापरवाही के लिए सुरसा के एडीओ पंचायत अमरेश पांडेय को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है, जबकि बीडीओ अतुल कुमार शुक्ला को चेतावनी जारी करते हुए कार्रवाई प्रस्तावित की गई है। वहीं खंड प्रेरक आशीष मिश्रा की सेवा समाप्त कर दी गई है।