देशी झालरों से रोशन होगी दिवाली
- थोक व्यापारियों ने नहीं किए चाइनीज झालरों के आर्डर - मार्केट में चाइना झालरों की मांग भी नहीं
हरदोई : इस बार चाइनीज झालरों की मांग नहीं है। हालात यह है कि इस बार व्यापारियों ने माल फंसने के चलते चाइनीज झालरों के आर्डर तक नहीं किए। व्यापारियों का कहना है कि चाइनीज झालरों व सजावट का सामान थोक बाजार में नहीं मिल रहा है। अगर माल मिलता है, तो बेचा जाएगा।
व्यापारी विकास गुप्ता ने बताया कि सितंबर व अक्टूबर में चाइनीज झालरों व सजावट का सामान थोक में आ जाता था। इस बार एलएसी पर हालात अच्छे नहीं है। सरकार का रुख भी स्पष्ट नहीं है। व्यापारी भी चाइनीज झालर व सजावट का सामान रखने से बच रहे हैं।
व्यापारी विनोद गुप्ता ने बताया कि चाइनीज झालरों की बिक्री पिछले साल काफी कम रही। विरोध हुआ तो माल भी बच गया था। उसे ही निकालना मुश्किल होगा। घरों को रोशन करने के लिए लोग देशी झालरों का प्रयोग करने लगे है। देसी झालर का भाव अधिक होता है, लेकिन यह टिकाऊ है।
व्यापारी स्वदेश कुमार ने बताया कि चाइनीज झालर व सजावट के सामान की बाजार में मांग नहीं है। थोक बाजार में पर्याप्त माल अभी तक नहीं आया है। दिल्ली, लखनऊ, कानपुर से देशी झालरों की डिमांड की गई है। झालर व सजावट का सामान जल्द मिलने की उम्मीद है।
व्यापारी चंदन शुक्ला ने बताया कि पिछले वर्ष थोक बाजार में चाइना की झालरों का स्टॉक लगा रहता था, लेकिन इस बार चाइना की झालरों का स्टॉक नहीं है। अभी तक सरकार की ओर से कारोबार को लेकर स्पष्ट नीति नहीं है। इससे व्यापारी चाइनीज कंपनियों को आर्डर भी नहीं दे रहे हैं। जिले में 10 करोड़ से अधिक होता था कारोबार : व्यापारियों के अनुसार जिले में 10 करोड़ से अधिक का कारोबार होता था, जो इस बार न के बराबर रहने वाला है।