यूरिया की कालाबाजारी में बरगढ़ सचिव के खिलाफ मुकदमा
जागरण संवाददाता चित्रकूट जिले में यूरिया संक
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : जिले में यूरिया संकट समितियों से हुई कालाबाजारी से खड़ी हुई। जांच में यह बात साबित होने पर बरगढ़ और गाहुर के सचिव के खिलाफ जिला कृषि अधिकारी ने कालाबाजारी का मुकदमा दर्ज करा दिया है। खास बात यह रही कि सहकारिता विभाग को जानकारी ही नहीं रही।
जिले में यूरिया वितरण में धांधली की सूचना जब शासन से मिली तो जिले के अधिकारियों ने जांच कराई। जिला कृषि अधिकारी बसंत कुमार दुबे ने जब बरगढ़ और गाहुर समितियों की जांच की तो कालाबाजारी की बात सामने आ गई। पाया गया कि यहां पर दोनों समितियों का चार्ज सुरेश चंद्र के पास है। जिन्होंने बरगढ़ में 120 किसानों को 9.19 मीट्रिक टन और गाहुर में 12.19 मीट्रिक टन यूरिया बांट दी। जांच में पाया गया कि इसी वजह से क्षेत्र में यूरिया का संकट खड़ा हो गया है। इस धांधली के लिए उन्होंने पॉस मशीन से कैशमेमो भी जारी नहीं किया। कई किसानों की जमीन संयुक्त रूप से दिखाकर यूरिया का वितरण दर्शा दिया है। आशंका जताई गई कि मध्य प्रदेश की सीमा से लगे होने के कारण यूरिया की गैर प्रदेश में भी कालाबाजारी कर बिक्री की गई है।
जिलाधिकारी से अनुमति लेने के बाद जिला कृषि अधिकारी ने बरगढ़ थाने में तहरीर देकर सचिव सुरेश चंद्र के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया। पूरे प्रकरण में चिताजनक बात यह रही कि सहकारी विभाग को इस कार्रवाई की भनक तक नहीं लगी। सहायक निबंधक सहकारिता नरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि उन्हें ऐसे किसी मुकदमे की जानकारी नहीं है। जब उनसे विभागीय कार्यवाही के बारे में पूछा गया तो वे बोले कि यदि मुकदमा दर्ज होगा तो विभागीय कार्यवाही भी होगी।