जेल में बंदियों को मिला बहनों का प्यार
हरदोई: भाई कितनी ही मुसीबत में क्यों न हों लेकिन बहनें भाई दूज जैसे खास पर्व पर उन्हें याद करना
हरदोई: भाई कितनी ही मुसीबत में क्यों न हों लेकिन बहनें भाई दूज जैसे खास पर्व पर उन्हें याद करना नहीं भूलतीं। शुक्रवार को यह नजारा जिला कारागार में दिखा। कारागार प्रशासन के अनुसार शुक्रवार को 1420 महिलाओं ने जेल पहुंचकर भाइयों को तिलक लगाया। भाई जेल से छूट जाए और जो गलतियां हुईं वे न दोहराएं ऐसी कामना के साथ सुबह से ही महिलाओं की भीड़ जिला कारागार के बाहर लग गई।
शुक्रवार को सुबह से ही जेल के बाहर बहनों की भीड़ लगने लगी थी। भीड़ देखते हुए कारागार प्रशासन
ने मिलाई का कार्यक्रम सुबह साढ़े नौ बजे से ही शुरू करा दिया। इसके बाद भी बहनों की संख्या बढ़ती चली गई। यह नजारा देख कर जेल अधीक्षक ने अपने मातहतों को निर्देश दिए कि मिलाई के लिए आईं सभी बहनों को हर हाल में अपने भाई से मिलवाया जाए और किसी को भी बिना मिलाई के वापस न जाने दिया जाए। बहनें अपने साथ मिठाई व फल आदि भी लाई थी। वैसे तो आए दिन इनकी जांच बारीकी से कराई जाती है, लेकिन भाई दूज के मौके पर इसमें छूट नजर आई। सैकड़ों बहनों ने कारागार पहुंच कर अपने भाइयों का तिलक किया। अरवल थाना क्षेत्र निवासी कामिनी ने बताया कि उनका भाई प्राण घातक हमले में बंद है।
इसी प्रकार बेनीगंज क्षेत्र की सावित्री ने बताया कि वह सुबह ही जेल के पास आ गईं थी ताकि जल्दी ही मिलाई हो सके। जेल अधीक्षक बृजेंद्र ¨सह यादव ने बताया शुक्रवार को सुबह से शाम तक बहनों को मिलाई की सुविधा दी गई। इस दौरान 1420 महिलाओं ने अपने भाइयों से मुलाकात की।