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'गोद' में 'आयुष्मान' हो रहे 1723 परिवार

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By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Oct 2019 11:00 PM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 06:18 AM (IST)
'गोद' में 'आयुष्मान' हो रहे 1723 परिवार

हरदोई : चार गांवों के 1723 परिवार 'आयुष्मान' हो रहे हैं। इन गांवों के मरीजों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण होता है। आयुष चिकित्सा पद्धति से उनका निश्शुल्क इलाज भी किया जा रहा है। बेंहदर ब्लॉक के इन गांवों को उत्तर प्रदेश राज्य आयुष मिशन सोसायटी ने गोद लिया है। सोसायटी का उद्देश्य लोगों को स्वस्थ बनाने के साथ ही आयुष चिकित्सा पद्धति के प्रति फिर से विश्वास कायम करना है।

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आयुष मिशन सोसायटी की ओर से असही आजमपुर के 658, रसूलपुर आंट के 500, गोगावां जोत के 212 और हसनापुर के 353 परिवारों की करीब 8-10 हजार आबादी को आयुष्मान बनाने के लिए चयनित किया है। आयुष ग्राम असही आजमपुर में सरकारी होम्योपैथिक एवं यूनानी चिकित्सालय भी संचालित हैं। जबकि आयुर्वेदिक चिकित्सालय नहीं है, लेकिन नियमित शिविर लगाकर आयुर्वेदिक दवाएं वितरित की जाती हैं।

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बनवाए गोल्डन कार्ड : प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के तहत असही आजमपुर, हसनापुर, रसूलपुर आंट एवं गोगावां जोत के पात्र परिवारों के गोल्डन कार्ड भी बनवाए गए हैं। जरूरत पड़ने पर वे लाख रुपये तक के निश्शुल्क उपचार सरकारी एवं सूचीबद्ध चिकित्सालयों से प्राप्त कर सकेंगे।

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गोद लिए गए गांवों में नियमित कैंप कराकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और निश्शुल्क दवाओं का वितरण कराया जा रहा है। लोगों को आयुष चिकित्सा पद्धति के साथ औषधीय पौधों की पहचान और महत्व को भी बताया जा रहा है।

- डॉ. आशा रावत, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अधिकारी


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