अभिलेख सत्यापन में खर्च होंगे 18 लाख, विभाग में खलबली
जिले में एडेड विद्यालयों के शिक्षकों के सत्यापन में 18 लाख रुपये व्यय होंगे।
हरदोई : जिले में एडेड विद्यालयों के शिक्षकों के सत्यापन में 18 लाख रुपये व्यय होंगे। इससे विभाग की नींद उड़ी है। विभाग और शिक्षक दोनों ही इस व्यय को वहन करने से बच रहे है। जिससे असमंजस की स्थिति बन गई है।
माध्यमिक शिक्षा विभाग परिषद से संबद्ध एडेड विद्यालयों में तैनात शिक्षकों के अभिलेखों के सत्यापन के शासन की ओर से निर्देश दिए गए हैं। जिसके कक्षा कक्षा दस से परास्नातक और प्रशिक्षण के अंक पत्रों का सत्यापन किया जाना है। जिसके लिए सभी शिक्षकों से मूल शैक्षिक प्रमाण पत्र जमा कराएं गए है। अब उनकी सूची तैयार कर जांच समिति अभिलेखों का सत्यापन कराएगी। शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन संबंधित बोर्ड, विश्वविद्यालय से किया जाना है। माध्यमिक शिक्षा परिषद में हाई स्कूल और इंटर के शैक्षिक अभिलेखों के लिए कोई शुल्क निर्धारित नहीं है। मगर विश्व विद्यालय में एक शैक्षिक अभिलेख के सत्यापन के लिए एक हजार रुपये ऑन लाइन जमा करना होता है। शिक्षकों के कम से कम तीन अंक पत्रों का विश्व विद्यालय से सत्यापन कराया जाना है। अगर प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया जाता है। तो प्रति शिक्षक छह शैक्षिक प्रमाण पत्र हो जाएंगें। जिले में वर्तमान में 625 शिक्षक तैनात है। जिनके सिर्फ अंकपत्रों के सत्यापन में करीब 18 लाख 69 हजार रुपये व्यय होने का अनुमान है। शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन के लिए विभाग के पास बजट नहीं है। इससे जिम्मेदारों की नींद उड़ गई है। वहीं शिक्षक स्वयं इसका व्यय उठाना नहीं चाह रहे हैं। इससे विभाग और शिक्षकों के बीच असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई। डीआइओएस वीके दुबे ने बताया कि इस संबंध में उच्चाधिकारियों से परामर्श लिया जाएगा। उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह है शिक्षकों की स्थिति
कुल एडेड विद्यालय -72
प्रधानाचार्य -23
प्रधानाध्यापक -24
प्रवक्ता -125
एलटी ग्रेड-453