आठ माह से वेतन के लिए भटक रहे 208 अध्यापक
हरदोई : विभागीय मनमानी और लापरवाही का परिषदीय विद्यालयों में तैनात 208 शिक्षक-शिक्षिकाएं ख
हरदोई : विभागीय मनमानी और लापरवाही का परिषदीय विद्यालयों में तैनात 208 शिक्षक-शिक्षिकाएं खामियाजा भोग रहे हैँ। महीनों हो गए हैं, उन्हें वेतन नहीं मिला है। बुधवार की शाम काफी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं ने बीएसए कार्यालय पहुंच कर अपनी व्यथा बताई, लेकिन वहां कोई सुनने वाला नहीं है।
बीटीसी 2013 बैच के जिले में 208 शिक्षक-शिक्षिकाओं की मई में परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्त हुई थी। इन अध्यापकों का कहना है कि शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त होने के बाद अधिकांश प्रभारी प्रधानाध्यापक हैं और विद्यालयों में मध्याह्न भोजन का भी संचालन करते हैं। उनके अभिलेखों का सत्यापन कराया गया और हाईस्कूल, इंटर के साथ ही कई अध्यापकों के स्नातक और अन्य अभिलेखों का भी सत्यापन हो गया है, लेकिन उसके बाद भी उन लोगों को अभी तक वेतन नहीं दिया गया। शिकायत लेने आने पर उन्हें सत्यापन की बात कहकर टरका दिया जाता है, जिससे कि उनका धैर्य टूटने लगा है। बुधवार की शाम करीब तीन दर्जन से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं बीएसए कार्यालय पहुंचे शिक्षक दीपक शुक्ला, रोहित, आकांक्षा, पारूल, आयुषी, अपूर्वा अवस्थी आदि का कहना है कि नियमानुसार दो सत्यापन हो जाने पर ही वेतन दिया जाना चाहिए। आठ माह से वेतन न मिलने से उन सभी की माली हालत बिगड़ गई है। परेशान अध्यापकों ने वेतन की गुहार लगाई है। बीएसए हेमंत राव ने बताया कि सत्यापन कराया जा रहा है और जिसका भी सत्यापन हो गया है उसे वेतन मिलेगा।
हक मांगने पर धमकाए जा रहे अध्यापक
नवनियुक्त अध्यापकों को वेतन मांगने पर धमकाया भी जा रहा है। एक एक दिन में तीन तीन बार जांच होती है। अभी कुछ दिन पूर्व अध्यापक डीएम से फरियाद करने गए थे, जिस पर बीएसए की तरफ से सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जिससे डरे सभी शिक्षक शिक्षिकाएं बुधवार की शाम विद्यालयों में अवकाश के बाद अपनी फरियाद लेकर बीएसए कार्यालय पहुंचे, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन ही मिला।