फर्जी रसोई गैस कनेक्शनों पर 'पहल' की लगाम
हरदोई, जागरण संवाददाता : रसोई गैस पर नकद सब्सिडी की योजना पहल ने फर्जी तरीके से संचालित होने वाले गै
हरदोई, जागरण संवाददाता : रसोई गैस पर नकद सब्सिडी की योजना पहल ने फर्जी तरीके से संचालित होने वाले गैस कनेक्शनों पर लगाम कसनी शुरू कर दी है। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और गैस कंपनियों की ओर से संचालित इस योजना से ऐसे कनेक्शन धारकों को चिह्नित किया जा रहा है।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और गैस कंपनियों की ओर से रसोई गैस कनेक्शन धारकों में से फर्जी नाम, पता से कनेक्शन संचालित करने वालों पर लगाम लगाने की तैयारी है। जनवरी 2015 से रसोई गैस पर नकद सब्सिडी दिए जाने की व्यवस्था को प्रभावी बनाने से पहले जहां उपभोक्ताओं से आधार, बैंक खाता और कनेक्शन संख्या को आपस में लिंक कराया जा रहा है। वहीं फर्जी नाम, पता से संचालित हो रहे कनेक्शन धारकों को चिह्नित कराने की भी प्रक्रिया शुरू कराई गई है।
जिले में शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में 23 गैस एजेंसियां संचालित हैं। इन गैस एजेंसियों के माध्यम से उपभोक्ताओं को रसोई गैस की आपूर्ति दी जाती है। प्रदेश के खाद्य एवं रसद आयुक्त अजय चौहान ने आनलाइन उपभोक्ताओं में संदिग्ध श्रेणी में चिह्नित उपभोक्ताओं की उनकी ओर से दिए गए पते पर सत्यापित कराने के लिए नोडल अधिकारी भी नामित किए हैं।
नोडल अधिकारी जिला पूर्ति अधिकारी कुमार निर्मलेंदु का कहना है कि एजेंसी वार सत्यापन अधिकारी और विभागीय पूर्ति निरीक्षक नामित किए गए हैं। यह लोग ऐसे उपभोक्ताओं के संबंध में पूरी जानकारी जुटाएंगे। संदिग्ध की श्रेणी में आने वाले उपभोक्ता का ब्योरा शासन को उपलब्ध करा दिया जाएगा। वहीं से ऐसे मामलों पर कार्रवाई होगी। फिलहाल ऐसे गैस कनेक्शनों पर रिफिल की आपूर्ति बंद करा दी गई है।