महिला सशक्तिकरण : गरीब बेटियों को शिक्षित कर बना रहीं सशक्त
पृथ्वी पर स्त्री के बिना मनुष्य जीवन का होना संभव ही नहीं है, लेकिन समाज में लगातार हो रहे बदलावों ने महिला उत्पीड़न के मामलों में भी बढ़ोतरी कर दी है। जिनको सुनकर मन में एक उलझन पैदा होती है।
संवाद सहयोगी, धौलाना : नारी को पूजनीय मानने वाले समाज में अब महिला उत्पीड़न के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। शिक्षा और संस्कार के अभाव के कारण इन अपराधों में वृद्धि हो रही है। गरीब परिवार की युवतियों को उत्पीड़न से बचाने के लिए धौलाना के पूर्व विधायक एवं शिक्षाविद् स्वर्गीय मेघनाथ ¨सह सिसौदिया की पुत्रवधू शशि सिसौदिया शिक्षित कर रही हैं। वह क्षेत्र में स्थित अपने स्कूलों में युवतियों को निशुल्क शिक्षा देकर उन्हें जागरूक कर रही हैं। साथ ही उनके परिजन को भी शिक्षा के प्रति जागरूक करने की मुहिम उन्होंने चला रखी है।
शशि सिसौदिया धौलाना क्षेत्र की जानी-मानी समाज सेविका हैं। वह गरीब बालिकाओं को शिक्षा ग्रहण करने में आने वाली समस्याओं का समाधान भी कराती हैं। उन्होंने अपने दोनों पुत्रों निशांत सिसौदिया और विशाल सिसौदिया को भी गरीब परिवार की लड़कियों की मदद करने के लिए प्रेरित किया। क्षेत्र में स्थापित अपने कालेजों में शशि सिसौदिया स्वयं जाकर लड़कियों की शिक्षा संबंधी जानकारी लेती हैं। उनका मानना है कि महिलाओं को उत्पीड़न से बचाने के लिए मात्र शिक्षा ही एकमात्र सहारा है। इससे वह अपने अधिकार की जानकारी प्राप्त कर उत्पीड़न से बच सकती हैं। उनका प्रयास रहता है कि किसी के साथ अन्याय नहीं होने पाए। उनका कहना है कि बेटियां दो घरों का मान बढ़ाती हैं, इसलिए उनकी शिक्षा पर पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए। लड़कियों की शिक्षा के प्रति वह उनके परिजन को भी जागरूक करती हैं।
शशि ने अब तक सौ से अधिक युवतियों को अपने विद्यालय में निशुल्क शिक्षा प्रदान कराई है, जो आज महिलाओं को सशक्त बनाने में सहायक बन रहा है। युवतियां अपने अधिकार जानकर समाज में आवाज बुलंद कर रही हैं।