वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के विरोध में ग्रामीणों की होगी महापंचायत
संवाद सहयोगी पिलखुवा गाजियाबाद नगर निगम द्वारा ग्राम गालंद में प्रस्तावित वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के
संवाद सहयोगी, पिलखुवा: गाजियाबाद नगर निगम द्वारा ग्राम गालंद में प्रस्तावित वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के विरोध में ग्रामीणों की शीघ्र महापंचायत होगी। हालांकि महापंचायत को लेकर अभी तक तिथि निर्धारित नहीं की गई है। संघर्ष समिति से जुड़े लोग गांवों में जनसंपर्क कर रहे हैं। महापंचायत में राजनीति दलों से जुड़े लोगों के भी पहुंचने की संभावना व्यक्त की जा रही है। वहीं सोमवार को 23 वें दिन भी ग्रामीणों को धरना जारी रहा है।
प्रस्तावित वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के विरोध में चल रहा ग्रामीणों का आंदोलन तेज होता जा रहा है। विगत तीन अक्टूबर से ग्रामीण चिह्नित जमीन के निकट धरना दिए हुए हैं। संघर्ष समिति से जुड़े अधिवक्ता मनोज तोमर ने बताया कि मामले को लेकर लगातार जनप्रतिनिधियों से संपर्क किया
जा रहा है। इसी दौरान समिति ने शीघ्र महापंचायत करने का निर्णय लिया है। दिवाली से पहले धरना स्थल पर महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। महापंचायत को लेकर अभी तिथि निर्धारित नहीं की गई है। फिलहाल विभिन्न गांवों में जाकर ग्रामीणों से संपर्क कर महापंचायत को सफल बनाने का आह्वान किया जा रहा है।
बता दें कि गाजियाबाद नगर निगम द्वारा वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के लिए ग्राम गालंद में 44.25 एकड़ भूमि खरीदी गई थी। प्लांट की शुरूआत करने के चलते दो अक्टूबर को डंपरों में कूड़ा लादकर चिह्नित जमीन पर भेजा गया था। जिसकी भनक लगने पर ग्रामीणों ने विरोध किया और डंपरों को लौटा दिया। तभी ग्रामीण चिह्नित जमीन के निकट धरना दिए हुए हैं। धरना समाप्त कराने के लिए उपजिलाधिकारी धौलाना विजय वर्धन तोमर एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी डॉ. तेजवीर सिंह कई बार ग्रामीणों से बातचीत कर चुके हैं। पिछले दिनों हापुड़ और गाजियाबाद के जिलाधिकारी एवं निगम के नगर आयुक्त ने भी ग्रामीणों के साथ वार्ता की थी। जिसमें ग्रामीणों से फिलहाल पांच एकड़ भूमि पर प्लांट शुरू करने के लिए आग्रह किया गया था। लेकिन, ग्रामीणों का कहना है कि प्लांट उनके एवं परिवार के स्वास्थ्य से जुड़ा है। प्लांट स्थापित होने के बाद वायु वातावरण प्रदूषित हो जाएगा। जिससे लोग विभिन्न तरह की बीमारियों से ग्रस्त होंगे। वहीं विधायक असलम चौधरी भी कई बार कह चुके है कि किसी भी कीमत पर प्लांट नहीं बनने दिया जाएगा। सोमवार को धरने पर हरिओम तोमर, राजीव तोमर, संजीव, राजेंद्र, अमन, मोमीन, जावेद सहित कई गांवों के प्रधान मौजूद रहे।