'असली' भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने हापुड़ में किया नियमों का उल्लंघन, पुलिस ने दर्ज की एफआइआर
Bharatiya Kisan Union Asli News मामला दर्ज होने के बाद भाकियू (असली) के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बाना का कहना है कि चुनाव आदर्श संहिता की आड़ में किसानों की आवाज को दबाया जा रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हापुड़ [केशव त्यागी]। टोल टैक्स में छूट की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन (असली) के पदाधिकारियों का हापुड़ जिले के थाना हाफिजपुर क्षेत्र के हाइवे स्थित कुराना टोल प्लाजा पर धरना-प्रदर्शन भारी पड़ा है। तकरीबन 45 मिनट तक टोल प्लाजा फ्री कराने के कारण उन पर कार्रवाई की गई है। इसके तहत कोरोना की गाइडलाइन और धारा 144 का उल्लंघन करने के मामले में पुलिस ने भाकियू (असली) के जिलाध्यक्ष समेत चार नामजद व 15 अज्ञात पदाधिकारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
भाकियू( असली) के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बाना के नेतृत्व में काफी संख्या में पदाधिकारियों ने कुराना टोल प्लाजा पर धरना-प्रदर्शन किया था। पदाधिकारियों का आरोप था कि टोल प्लाजा पर भाकियू कार्यकर्ताओं से टोल टैक्स वसूला जाता है। इतना ही नहीं टोल प्लाजा के एक किलोमीटर के निकट रहने वाले किसानों को भी परेशान किया जाता है। विरोध करने पर आए दिन टोलकर्मी भाकियू पदाधिकारियों से व आम जनता से अभद्रता व मारपीट करते हैं। मामले की जानकारी पर थाना हाफिजपुर प्रभारी निरीक्षक महेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस के समझाने पर भी पदाधिकारी अपनी मांग पर अड़े रहे।
सीओ पिलखुवा डा. तेजवीर सिंह ने भाकियू कार्यकर्ताओं को टोल टैक्स में छूट का आश्वासन दिया था। जिसके बाद पदाधिकारी शांत हुए थे। थाना हाफिजपुर प्रभारी निरीक्षक महेंद्र सिंह ने बताया कि जनपद में धारा 144 लागू है। कोरोना की गाइडलाइन व धारा 144 का उल्लंघन कर भाकियू पदाधिकारियों ने धरना-प्रदर्शन किया है। इस मामले में भाकियू असली के जिलाध्यक्ष देवेंद्र बाना सहित महिला विंग की जिलाध्यक्ष विनीता चौधरी, सुमित मावी, हरपाल और 15 अज्ञात पदाधिकारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
भाकियू (असली) के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बाना का कहना है कि चुनाव आदर्श संहिता की आड़ में किसानों की आवाज को दबाया जा रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस संबंध में एसपी से मिलकर बातचीत की जाएगी। समाधान न होने पर धराना-प्रदर्शन किया जाएगा।