Farm Laws 2020: बिचौलियों को हटाया, किसानों को सीधे पहुंचाया लाभ : पीयूष गोयल
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए रेल मंत्करी ने कहा कि एक पूर्व प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया था कि कांग्रेस के शासन में जब वह सौ रुपये भेजते थे तो मात्र 15 रुपये पात्र व्यक्ति तक पहुंचते थे और बिचौलिये व दलाल बीच में ही उन रुपयों को खा जाते थे।
हापुड़ [शुभम गोयल]। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कृषि कानूनों से किसानों को सीधा लाभ पहुंच रहा है। अब वह अपनी फसल देश में कहीं भी बेच सकते हैं। इससे किसानों की आय बढ़ेगी लेकिन, कुछ लोग किसानों को भ्रमित करने में जुटे हैं। परंतु, देश के किसानों ने नए कृषि कानूनों का स्वागत किया है। पिछले छह वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए 6 गुना बजट बढ़ाया है। केंद्र सरकार ने एक लाख 34 हजार करोड़ रुपये का आवंटन कृषि क्षेत्र को किया है। आज लाखों किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिल रहा है। इस योजना से मिलने वाले छह हजार रुपये का किसान खेती में प्रयोग कर रहे हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री व भरत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर मोदीनगर रोड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित सुशासन दिवस और किसान गोष्ठी में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन से सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। उनका दिल और पूरा जीवन उत्तर प्रदेश के साथ जुड़ा रहा। उनके कार्यकाल में देश का तेजी से विकास हुआ। उन्होंने सीख दी थी कि सरकार की जवाबदेही होनी चाहिए। सरकार को लोगों में जागरूकता फैलानी चाहिए और नए-नए कार्यों से जनता की सेवा करनी चाहिए। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार भी ऐतिहासिक कार्य कर रही है। किसानों के जीवन में बदलाव से लेकर उनकी आमदनी को बढ़ाने का काम चल रहा है। इसके लिए नए कृषि कानून बनाए गए हैं।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि एक पूर्व प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया था कि कांग्रेस के शासन में जब वह सौ रुपये भेजते थे तो मात्र 15 रुपये पात्र व्यक्ति तक पहुंचते थे और बिचौलिये व दलाल बीच में ही उन रुपयों को खा जाते थे। लेकिन, मोदी सरकार ने इसमें बदलाव किया है। पहले लोगों के निशुल्क खाते खोले गए। अब देशवासियों के खाते में सीधे योजनाओं का धन भेजा जा रहा है। इससे बिचौलियों व दलालों को हटाया गया है। उन्होंने कहा कि आज किसान को सस्ते दामों पर यूरिया और खाद आसानी से मिल रहा है।