पान और गुटखे की पीक से रंगी हैं सरकारी भवनों की दीवारें
सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता अभियान का पालन कितना और किस प्रकार होता है। इसकी हकीकत बुधवार को मात्र तीन कार्यालयों में पहुंची दैनिक जागरण की टीम के कैमरे में कैद हो गई।
जागरण संवाददाता, हापुड़ :
सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता अभियान का पालन कितना और किस प्रकार होता है। इस हकीकत की जानकारी बुधवार को मात्र तीन कार्यालयों में पहुंची दैनिक जागरण की टीम को हुई। दीवारें पान, गुटखा और पान मसाले की पीक से लाल हो चुकी हैं। विभागीय अधिकारी प्रतिदिन अपने कार्यालय में जाते समय इन दीवारों को देखते हैं, लेकिन इन दीवारों की सफाई कराना शायद उन्हें उचित नहीं लगता। प्रधानमंत्री बार-बार सभी देशवासियों से अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखने का आह्वान करते हैं, इसके बावजूद अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्यालयों की गंदी हो चुकी दीवारों और अन्य क्षेत्र की सफाई करना अपमानजनक लगता है। कार्यालयों में पहुंचने वाले आम नागरिक भी इस स्थिति के लिए काफी हद तक जिम्मेदार हैं। वे पान, गुटखा और पान मसाला खाकर कार्यालयों में आते हैं और किसी भी स्थान पर थूक देते हैं। हालांकि कार्यालयों में कूड़ेदान उपलब्ध नहीं कराया जाना भी इसका एक कारण है। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते कार्यालयों में कूड़ेदान उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। टाउन हाल बिजली घर
अधिशासी अभियंता और उपखंड अधिकारी के कार्यालय की ओर जाने वाले हर रास्ते पर गुटखे की पीक से दीवारें रंगी हैं। कार्यालय में पीने के पानी के लिए बन गए कक्ष में गंदगी भरी है। यहां जमीन और दीवार दोनों पीक से रंगी हैं। जीने में जगह-जगह कोनों में लोगों ने गुटखा थूका हुआ था। नगर पालिका परिसर
नगर पालिका परिसर में टैक्स विभाग के कार्यालय के दोनों ओर बाहर की तरफ दीवारों पर कोनों में गुटखे की पीक के निशान हैं। इसके अलावा जगह-जगह दीवारों पर थूका हुआ है। यह स्थिति नगर पालिका के स्वच्छता अभियान की हकीकत बयान करती है। मेरठ रोड स्थित रोडवेज बस स्टैंड
रोडवेज बस स्टैंड का भी यही हाल है। जगह-जगह दीवारें लाल हो चुकी है। कार्यालय में जिस दीवार पर थूकना मना है और गुटखा थूकने पर जुर्माना किए जाने की चेतावनी लिखी है, वहीं सबसे अधिक पीक थूके जाने के निशान है। हालांकि, उस स्थान पर पेंट कर थोड़ा सुधार करने की जरूर कोशिश की गई है, लेकिन उस पर लोगों ने दोबारा पीक थूक दी है।