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डीएम ने खादर क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का लिया जायजा

संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर/ब्रजघाट गंगा का उफान थमने से गंगा के जलस्तर में गिरावट आई ह

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Jun 2021 08:14 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jun 2021 08:14 PM (IST)
डीएम ने खादर क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का लिया जायजा
डीएम ने खादर क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का लिया जायजा

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर/ब्रजघाट

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गंगा का उफान थमने से गंगा के जलस्तर में गिरावट आई है, परंतु इसके बाद भी खादर क्षेत्र के ग्रामीणों की समस्या दूर नहीं हो पा रही है। वहीं डीएम अनुज कुमार सिंह ने खादर क्षेत्र की स्थिति का जायजा लेकर जलभराव से प्रभावित ग्रामीणों को हरसंभव सहायता मुहैया कराने का निर्देश दिया।

पहाड़ों पर हो रही झमाझम बारिश और बिजनौर बैराज से पानी छोड़े जाने के चलते गढ़-ब्रजघाट गंगा में कई दिनों से उफान आया हुआ था, जिसके चलते खतरे का निशान पार कर गंगा की जलधारा रेड अलर्ट वाले निशान की तरफ बढ़ रही थी। परंतु सोमवार को पहाड़ों पर बारिश का क्रम धीमा पडऩे से जलस्तर में पांच सेंटीमीटर की गिरावट हुई है, जिससे मंगलवार को गंगा का उफान कुछ हल्का पड़ा है।

डीएम अनुज कुमार सिंह ने मंगलवार को एसडीएम विजय वर्धन तोमर के साथ खादर क्षेत्र का दौरा कर गांवों के जंगल समेत संपर्क रास्तों में हुए जलभराव की स्थिति का बारीकी से जायजा लिया। डीएम ने बढ़ते और घटते जलस्तर पर निरंतर निगरानी रखी जाए। सभी ग्रामीणों को कोविड वैक्सीन लगवाई जाए। संभावित बाढ़ को ध्यान में रखते हुए राहत और बचाव की सभी तैयारियां पूरी कर ली जाए।

वहीं गंगा के उफान और जलस्तर में मामूली गिरावट होने से खादर क्षेत्र में व्याप्त दहशत भी थोड़ी कम हुई है, परंतु इसके बाद भी ग्रामीणों की समस्या जस की तस बनी हुई हैं। क्योंकि हजारों बीघा निचले जंगल में गंगा का पानी भरने से फसलों में काफी नुकसान हुआ है, जिससे पशुओं के चारे की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। जबकि संपर्क रास्तों पर पानी भरने से किसानों को खेतों पर जाना भी संभव नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा मंगलवार को दिनभर चिलचिलाती धूप निकलने से आबादी से सटे खेतों में भरे पानी में सड़न प्रारंभ हो गई है, जिससे खादर क्षेत्र में संक्रामक रोग फैलने का खतरा भी बढ़ता जा रहा है।

पूर्व प्रधान बबलू राणा, पतराम सिंह, सोनू चौहान, चरणसिंह राणा का कहना है कि गंगा के जलस्तर में मामूली गिरावट होने के कारण कई दिनों से बढ़ रहा उफान फिलहाल थम गया है, परंतु इसके बाद भी समस्याओं से कोई मुक्ति नहीं मिल पा रही है। सूत्रों का कहना है कि मंगलवार की दोपहर को बिजनौर बैराज से 75 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया है, जिसके बुधवार की सुबह क्षेत्र में आने से गंगा के जलस्तर में फिर से बढ़ोतरी होनी संभव है।


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