अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा अंग्रेजों के जमाने का थाना
पहले स्वतंत्रता संग्राम का साक्षी रहा थाना धौलाना आज अपनी दुर्दशा पर आ
राहुल गहलौत, धौलाना :
पहले स्वतंत्रता संग्राम का साक्षी रहा थाना धौलाना आज अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। क्रांति का गवाह रहा पुराने थाने का भवन अतिक्रमण और गंदगी के चलते आज डंपिग ग्राउंड में तब्दील हो चुका है। अनेकों बाद ग्रामीणों ने थाने के उद्धार के लिए संबंधित विभागों से गुहार लगाई है। इसके बावजूद भवन की स्थिति दिन- प्रतिदिन और भी जर्जर होती जा रही है। ग्रामीण, भवन को संग्रहालय में तब्दील कराने की मांग उठा चुके हैं। थाने की इमारत पर कुछ लोगों ने कब्जा करते हुए अपने पशुओं को बांध रखा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एक तरफ तो सरकार आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर अमृत महोत्सव का आयोजन कर रही है, लेकिन दूसरी तरफ स्वतंत्रता संग्राम का साक्षी रहे इस भवन के संरक्षण के लिए कोई कार्य नहीं किया जा रहा है। इस संबंध में ग्रामीण इसके संरक्षण के लिए अभियान चला चुके हैं। जिसके तहत एक बार इमारत के जीर्णोद्धार के लिए जिला पंचायत में कार्यवाही भी आरंभ की थी, लेकिन किन्हीं कारणवश कार्य पूरा नहीं हो पाया। उपजिलाधिकारी सुनीता सिंह ने बताया कि इस संबंध में पर्यटन विभाग को जल्द ही पत्र लिखकर भवन के जीर्णोद्धार के लिए प्रयास किए जाएंगे। ताकि, धरोहर को आने वाली पीढि़यों के सामने के लिए संरक्षण दिया जा सके। ------ थाने का जीर्णोद्धार होना चाहिए। ताकि, आने वाली पीढ़ी को इतिहास के बारे में जानकारी मिल सके और पता चल सके कि उनके पूर्वजों ने कैसे अंग्रेजों के खिलाफ जंग लड़ते हुए आजादी पाई थी। पुराने थाने को संग्राहलय में तब्दील करते हुए इसका संरक्षण करना चाहिए। - मोहित राणा, ग्रामीण धौलाना
---- आज पूरा देश अमृत महोत्सव का आयोजन कर रहा है, लेकिन धौलाना के पुराने थाने की इमारत के जीर्णोद्धार के लिए शासन किसी भी प्रकार से कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है, जो 14 क्रांतिकारियों के अपमान से कम नहीं है। - ललित राणा ,राष्ट्रीय प्रवक्ता, किसान मजदूर संगठन