शिक्षकों के निर्धारित समय पर नहीं आने के विरोध में छात्रों का प्रदर्शन
शासन के कई प्रयासों के बाद भी सरकारी खासकर गांवों के स्कूलों की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो पा रहा है। वहीं शिक्षा विभाग के जिला व स्थानीय अधिकारी भी स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं। इसके बावजूद भी शिक्षक समय से नहीं आ पा रहे है। सिभावली के गांव नवादा स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के समय से न आने पर बच्चों ने गेट पर खड़े होकर प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर: शासन के प्रयासों के बावजूद सरकारी स्कूलों में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। शिक्षा विभाग के जिला और स्थानीय अधिकारी भी स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं। इसके बावजूद भी शिक्षक निर्धारित समय पर स्कूल नहीं आ रहे हैं। सिभावली के गांव नवादा स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों के निर्धारित समय पर स्कूल नहीं आने पर छात्रों ने मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया।
सरकार परिषदीय स्कूलों की दशा में सुधार कर निजी स्कूलों से मुकाबला करने का प्रयास कर रही है। छात्रों को दी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। परिषदीय स्कूलों का सुंदरीकरण कराने के लिए सरकार करोड़ो रुपये खर्च कर रही है। नई-नई योजना लाकर बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने का प्रयास किया जा रहा है। परंतु सिभावली ब्लाक के गांव नवादा स्थित प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक सरकार के प्रयासों को विफल करने के लिए प्रयासरत हैं। परिषदीय स्कूलों का समय सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक निर्धारित किया गया है। कितु इस स्कूल में तैनात शिक्षक निर्धारित समय पर स्कूल नहीं आते हैं समय से पहले स्कूल बंद कर जाते है। यही कारण है कि स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम होती जा रही है। इस संबंध में ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से कई बार शिकायत की है, लेकिन उसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। कार्रवाई नहीं होने से देर से आने वाले शिक्षकों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी मोहम्मद राशिद ने बताया कि उन्हें इस आरोप के संबंध में जानकारी नहीं है। जानकारी कर संबंधित शिक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।