नसबंदी प्रकरण: प्रसव के बाद जिदगी व मौत के बीच जंग लड़ रही प्रसूता
जागरण संवाददाता हापुड़ नसबंदी होने के सात साल बाद महिला के गर्भवती होने और गर्भ में बच्चे
जागरण संवाददाता, हापुड़
नसबंदी होने के सात साल बाद महिला के गर्भवती होने और गर्भ में बच्चे की मौत होने के मामले में मसूरी क्षेत्र स्थित एक अस्पताल में चिकित्सकों ने दवाओं के जरिए महिला का प्रसव कराया है। पीड़िता अस्पताल में जिदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है।
रविवार को पीड़ित ने पत्नी को जनपद गाजियाबाद के मसूरी क्षेत्र स्थित प्राइवेट अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया। पीड़ित ने बताया कि चिकित्सकों ने दवाओं के जरिए उसकी पत्नी का प्रसव कराया है। फिलहाल महिला की हालत गंभीर बनी हुई है। पीड़ित ने आला अधिकारियों से भी मामले की शिकायत करने की बात कही है। उधर डिप्टी सीएमओ डॉ .प्रवीण शर्मा का कहना है कि इस संबंध में जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।