बोर्ड परीक्षा में शामिल नहीं हो पाई छात्रा
नगर स्थित पब्लिक स्कूल के एक प्रबंधक की नाकामी के कारण एक छात्रा बोर्ड परीक्षा में शामिल नहीं हो पाई। छात्रा को बोर्ड परीक्षा का अनुक्रमांक नंबर नहीं मिलने पर जब वह वापस घर पहुंची तो परिजन को मामले की जानकारी हो सकी। परिजन ने स्कूल प्रबंधक से जानकारी करने का प्रयास किया तो प्रबंधक ने उनसे बात करने से मना कर दिया। छात्रा के परिजन ने कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई करने की मांग की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। ह
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर:
नगर स्थित एक पब्लिक स्कूल के प्रबंधक की लापरवाही के कारण छात्रा बोर्ड परीक्षा में शामिल नहीं हो पाई। छात्रा को बोर्ड परीक्षा का अनुक्रमांक नंबर नहीं मिला। वह घर पहुंची तो परिजन को मामले की जानकारी हुई। परिजन ने स्कूल प्रबंधक से जानकारी लेनी चाहिए तो प्रबंधक ने उनसे बात करने से मना कर दिया। छात्रा के परिजन ने कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई करने की मांग की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
नगर के मोहल्ला उपाध्याय नगर निवासी बबलू पुत्र कैलाश ने बताया कि उसने नगर के नक्का कुंआ रोड स्थित सरस्वती ज्योति पब्लिक स्कूल में अपनी पुत्री प्राची को वर्ष 2017 में कक्षा नौ में दाखिला कराया था। गत वर्ष कक्षा नौ उत्तीर्ण करने के बाद छात्रा कक्षा दस में शिक्षा ग्रहण कर रही है। पीड़ित ने बताया कि कई बार उसने छात्रा की कक्षा नौ की अंकतालिका देने की मांग की तो दो-चार दिन बाद देने को कह दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया है कि बोर्ड प्रयोगात्मक परीक्षा होने के बाद छात्रा ने स्कूल प्रधानाचार्य तथा प्रबंधक से अपना बोर्ड परीक्षा अनुक्रमांक मांगा तो उन्होंने बोर्ड परीक्षा से एक दिन पहले देने को कहा। छात्रा के अभिभावक का आरोप है कि मंगलवार सुबह को परीक्षा देने के लिए जाना था तो उससे पहले वह स्कूल पहुंची और अपना बोर्ड परीक्षा का अनुक्रमांक नंबर मांगा, परंतु प्रबंधक ने उसका अनुक्रमांक नंबर नहीं दिया। अनुक्रमांक नंबर नहीं मिलने पर छात्रा घर पहुंची और परिजन को मामले की जानकारी दी। छात्रा की परीक्षा छूट जाने से आक्रोशित परिजन स्कूल पहुंचे और स्कूल प्रबंधक से छात्रा का अनुक्रमांक मांगा परंतु वह कोई संतोष जनक जवाब नहीं दे पाया। छात्रा के पिता ने कोतवाली में स्कूल प्रबंधक के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई करने की मांग की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
--क्या कहते हैं स्कूल प्रबंधक
स्कूल प्रबंधक राजेश राणा ने बताया कि छात्रा का दो माह देरी से स्कूल में दाखिला हुआ था। उस दौरान उसके पिता को नामांकन नहीं होने की शर्त बताई गई थी। छात्रा स्कूल में कक्षा नौ की पढ़ाई कर रही थी, कक्षा दस की नहीं।