राष्ट्रीय राजमार्ग पर बढ़ा हादसे का खतरा
दोपहिया वाहन पर सवार होकर यदि आप हापुड़ से गाजियाबाद की ओर से जा रहे है तो पिलखुवा क्षेत्र में संभल कर वाहन को चलाएं। अन्यथा आप दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं। प्रशासन की अनदेखी के कारण एलिवेटेड रोड का निर्माण अव्यवस्थाओं के बीच हो रहा है। यहीं कारण है कि डूहरी पेट्रोल पंप से खेड़ा गेट तक दर्जनों जगह नाले खुले हैं। कंपनी ने सीवर लाइन डालने के मकसद से दर्जनों स्थानों पर गड्ढे खोदकर डाल दिए है। जो कभी किसी बड़े हादसे का सबब बन सकते हैं।
संजीव वर्मा, पिलखुवा :
दोपहिया वाहन पर सवार होकर हापुड़ से गाजियाबाद की ओर जाने वालों के लिए कदम-कदम पर दुर्घटना होने का खतरा बना हुआ है। प्रशासन की अनदेखी और एलिवेटिड सड़क की निर्माणदायी संस्था की लापरवाही के कारण वाहन चालकों के सामने हर समय दुर्घटना होने की आशंका बनी है। डूहरी पेट्रोल पंप से खेड़ा गेट तक दर्जनों जगह नाले खुले पड़े हैं। निर्माणदायी संस्था ने सीवर लाइन डालने के लिए दर्जनों स्थानों पर सड़क खोद कर गड्ढे गना दिए हैं। इन गड्ढों में गिरकर वाहन चालक कभी किसी बड़े हादसे का शिकार बन सकते हैं।
दैनिक जागरण की टीम ने बुधवार को रेलवे रोड के सामने से बस स्टैंड तक राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान देखा कि राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे सीवर लाइन बिछाए जाने की प्रक्रिया के अंतर्गत नाले में बह रहा गंदा पानी जगह-जगह रोक दिया गया है। नालों पर बनाई गई पुलिया तोड़ दी गई हैं। पुलिया टूट जाने के कारण सड़क पर चल रहे वाहनों का कभी भी नालों में गिर जाने का खतरा बना रहता है। विशेष रूप से दोपहिया वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका बेहद अधिक है। रात के समय टूटी पुलिया और पथ प्रकाश व्यवस्था नहीं होने के कारण वाहन चालक खुले पड़े नालों को नहीं देख पाता है। एकदम नजदीक पहुंचने पर ही उसे नालों की मौजूदगी का अहसास होता है। ऐसी स्थिति में कई बार वाहनों के ब्रेक भी नहीं लग पाते हैं और वाहन नाले में गिर जाने के कारण दुर्घटना हो जाती है। जगह-जगह खोदे जाने के कारण सड़क पर बने गहरे गड्ढों में पानी भरा है। गड्ढों में बड़े वाहन का पहिया आते ही सड़क पर भरा पानी दोपहिया वाहन चालक पर जा गिरता है। कई बार उपजिलाधिकारी सड़क की मरम्मत करने की चेतावनी एलिवेटेड सड़क की निर्माणदायी संस्था को दे चुके हैं, इसके बावजूद सुधार नहीं किया गया। दहपा पुलिया, नगर पालिका परिषद कार्यालय के बाहर, शैलेश फार्म कॉलोनी के पास, चंडी मंदिर और सिखेड़ा रोड गेट के पास गहरे और लंबे चौड़े गड्ढे बने हैं। रात में इन गड्ढों का पता नहीं चल पाता है। जिला प्रशासन, तहसील प्रशासन, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी इस लापरवाही को देखकर भी मूकदर्शक बने हैं। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुजीत तोमर कहते है कि निर्माणदायी संस्था लोगों की परेशानी को नजरअंदाज कार्य कर रही है। इस संबंध में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों से शिकायत की जाएगी। उपजिलाधिकारी हनुमान प्रसाद का कहना है कि कई बार निर्माणदायी संस्था को हिदायत दी जा चुकी है कि इसके बावजूद लापरवाही की शिकायत मिल रही है। इस बार सख्त कार्रवाई होगी। चेतक इंटरप्राइजेज कंपनी के जनसंपर्क अधिकारी राजकुमार पांडेय का कहना है कि एनजीटी के आदेश के कारण निर्माण कार्य बंद हो गया था। बुधवार को दोबारा से कार्य शुरू हुआ है। जल्द ही गड्ढों का भर दिया जाएगा और खुले नालों के निकट संकेतक लगाए जाएंगे।