Move to Jagran APP

पंचायत का फरमान : युवतियों और महिलाओं के मोबाइल प्रयोग पर प्रतिबंध

नगर के एक मोहल्ले में कसगर समाज के लोगों की महा पंचायत का आयोजन हुआ†ा पंचायत में सरियत के मुताबिक निकाह करने व युवतियों व महिलाओं पर मोबाइल बैन लगाने की बात कहीं गई है। उक्त समाज की यह पंचायत वर्ष में एक बार होती है। पंचायत में उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों के लोग भी शामिल हुए ओर अपने यहां एक वर्ष में हुए विवादों का निपटारा किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 08:11 PM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 08:11 PM (IST)
पंचायत का फरमान : युवतियों और महिलाओं के मोबाइल प्रयोग पर प्रतिबंध
पंचायत का फरमान : युवतियों और महिलाओं के मोबाइल प्रयोग पर प्रतिबंध

¨प्रस शर्मा, गढ़मुक्तेश्वर : नगर के एक मोहल्ले में आयोजित कसगर समाज की पंचायत में शरीयत के अनुसार निकाह करने और युवतियों एवं महिलाओं पर मोबाइल के प्रयोग पर प्रतिबंध का फरमान सुनाया है। कसगर समाज की यह पंचायत प्रति वर्ष आयोजित की जाती है। पंचायत में उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों के लोग भी शामिल हुए। पंचायत में विगत एक वर्ष में हुए विवादों का निपटारा हुआ।

loksabha election banner

कसगर समाज की पंचायत का प्रति वर्ष मुहर्रम के बाद आयोजित होता है। शनिवार दोपहर को भी पंचायत का आयोजन हुआ। पंचायत में उत्तर प्रदेश के अलावा, पंजाब, राजस्थान और मध्यप्रदेश आदि प्रदेशों के लोग भी शामिल हुए। पंचायत के सदर हाजी फजल ने लोगों का समाज में फैल रही बुराइयों से दूर रहने का आह्वान किया। आज दुनिया की तालिम कंप्यूटर और मोबाइल फोन से हो रही है। युवा पीढी इस तालिम के आगे अपने बुजुर्गों की खिदमत करना भूल गए हैं। इसके जिम्मेदार कहीं न कहीं हम लोग भी है। उन्होंने पंचायत में फरमान सुनाया कि समाज की कोई भी युवती अथवा महिला मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करेगी। यदि कोई महिला मोबाइल फोन का प्रयोग करते हुए पाई गई तो उस पर जुर्माना किया जाएगा। महिलाओं द्वारा मोबाइल फोन का प्रयोग करने पर पहली और दूसरी बार में 500-500 रुपये का अर्थदंड होगा। तीसरी बार पकड़े जाने पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लिया जाएगा। इसके अलावा पंचायत में अन्य दंड भी दिया जाएगा। पंचायत के इस फरमान के बाद महिलाएं मोबाइल फोन के प्रयोग से परहेज करने के लिए कह रही हैं। पंचायत में कहा गया कि समाज के लोगों को शरीयत के अनुसार निकाह करना चाहिए। दहेज देना और लेना शरीयत के खिलाफ है। पंचायत में अलग-अलग राज्यों से आए लोगों के एक वर्ष में हुए विवादों का भी निपटारा किया गया। पंचायत में ग्वालियर से अब्दुल सत्तार, पंजाब से दिलशाद, राजस्थान से बच्चू खां, झांसी से शमशाद खां व दिने लशाद, सिराज, इरशाद, मुन्ने खां, यासीन, अनवर अली, सदाकत, नफीस अली आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.