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मात्र औपचारिकताओं में पूरा हो गया सड़क सुरक्षा सप्ताह

22 जून से शुरू हुआ प्रथम सड़क सुरक्षा सप्ताह इस बार मात्र औपचारिकताओं में ही पूरा हो गया। जनपद में दिखावट के बीच जुर्माने की कार्रवाई हुई। यही कारण है कि अनलॉक-1 में भी यातायात नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं। जिले में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। बता दें कि प्रत्येक वर्ष सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है। जिसमें लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने से लेकर जुर्माने की कार्रवाई भी की

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Jun 2020 08:12 PM (IST)Updated: Sun, 28 Jun 2020 08:12 PM (IST)
मात्र औपचारिकताओं में पूरा हो गया सड़क सुरक्षा सप्ताह
मात्र औपचारिकताओं में पूरा हो गया सड़क सुरक्षा सप्ताह

जागरण संवाददाता, हापुड़ :

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22 जून से शुरू हुआ प्रथम सड़क सुरक्षा सप्ताह इस बार मात्र औपचारिकताओं में ही पूरा हो गया। जनपद में दिखावट के लिए जुर्माने की कार्रवाई हुई। यही कारण है कि अनलॉक-1 में भी यातायात नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं। जिले में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।

बता दें कि प्रत्येक वर्ष सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है। जिसमें लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने से लेकर जुर्माने की कार्रवाई भी की जाती हैं। जिससे कि लोग यातायात नियमों का पालन करें। इसी के आधार पर इस बार भी 22 जून से 28 जून तक प्रथम सड़क सुरक्षा सप्ताह जनपद में मनाया गया। लेकिन, कोरोना वायरस के चलते इस बार मात्र औपचारिकताएं पूरी की गई। इसके अलावा नियमों को लेकर जागरूकता के नाम पर मात्र खानापूर्ति हुई। स्वयं परिवहन विभाग और यातायात पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी सड़क सुरक्षा सप्ताह में भी लापरवाही बरतते नजर आए।

यही कारण है कि लॉकडाउन में भी यातायात नियमों की धज्जियां प्रतिदिन उड़ाई गईं। शहर की मुख्य सड़कों पर जाम से लेकर बिना हेल्मेट और बिना सीट बेल्ट लगाए वाहन चलाना आम बात आज भी नजर आती है। साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग और मुख्य मार्गो पर तेज रफ्तार वाहन दौड़ते नजर आते हैं।

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नाबालिगों के वाहन चलाने पर लगाम नहीं

जनपद में नाबालिगों के वाहन चलाने पर आज भी कोई लगाम नहीं लग सकी है। प्रत्येक मुख्य सड़क और चौराहों से नाबालिग आसानी से गुजरते नजर आते हैं। आंकड़े भी बताते हैं कि परिवहन विभाग इस ओर मात्र जागरूकता के नाम पर खानापूर्ति करता है। जबकि कार्रवाई के नाम पर स्थिति बहुत अधिक बदतर है। अधिक बैठा रहे हैं सवारी

यात्री और निजी वाहनों में लोग आसानी से निर्धारित से अधिक यात्री बैठाकर वाहन चलाते हैं। जो कि बहुत अधिक गलत है। क्योंकि इससे सड़क दुर्घटना होने का प्रतिशत बढ़ जाता है। इसके अलावा मोबाइल पर बात करते समय वाहन भी आसानी से चलाते लोग नजर आते हैं। सड़क सुरक्षा सप्ताह में प्रतिदिन के अनुसार कार्यक्रम कराए गए हैं। इसके अलावा जुर्माने की कार्रवाई भी की गई हैं। लोगों को जागरूक करने का कार्य भी किया गया है। कोरोना महामारी के चलते इस बार कुछ दिक्कतें जरूर सामने आई थीं।

- महेश कुमार शर्मा, एआरटीओ प्रवर्तन


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